Himachal Results: बीजेपी के जिस बागी नेता को पीएम मोदी ने फोन कर समझाया था, क्या रहा उसका परिणाम?
By रुस्तम राणा | Published: December 8, 2022 08:03 PM2022-12-08T20:03:57+5:302022-12-08T20:05:38+5:30
इस सीट पर कांग्रेस के भवानी सिंह पठानिया (विजेता उम्मीदवार) को 33238 वोट मिले हैं। यहां बीजेपी उम्मीदवार राकेश पठानिया को 25884 वोट मिले। जीत का अंतर 7354 है। जबकि परमार को कुल 2811 वोट हासिल हुए हैं।
Himachal Elections Results 2022: हिमाचल प्रदेश में बीजेपी के बागी नेता कृपाल परमार को फतेहपुर सीट से हार का सामना करना पड़ा है। बता दें कि परमार वही बागी नेता हैं जो जिनका चुनाव प्रचार के दौरान एक ऑडियो वायरल हुआ था। इस ऑडियो में पीएम मोदी ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ने को लेकर समझाते हुए सुने जा सकते हैं। लेकिन उन्होंने इसके बावजूद बगावती तेवर को कायम रखा था और चुनावी मैदान में कूद गए थे। लेकिन जनता को उनकी बगावत पसंद नहीं आई और वे चुनाव हार गए।
फतेहपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को भी हार का सामना करना पड़ा। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि परमार की बगावत से बीजेपी को यहां हार का सामना करना पड़ा है। इस सीट पर कांग्रेस के भवानी सिंह पठानिया को 33238 वोट मिले हैं। यहां बीजेपी उम्मीदवार राकेश पठानिया को 25884 वोट मिले। जीत का अंतर 7354 है। जबकि परमार को कुल 2811 वोट हासिल हुए हैं। यदि परमार और भाजपा कैंडिडेट के वोट को मिला भी दिया जाए तो भी यह कांग्रेस के उम्मीदवार को नहीं हरा पा रहे हैं।
कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बृहस्पतिवार को पूर्ण बहुमत हासिल किया है। इस तरह राज्य में हर पांच साल पर सत्ता बदलने का रिवाज कायम है। चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध शाम सात बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस ने 40 सीट पर जीत दर्ज की है।
Such is the Involvement of PM Modi in #HimachalPradeshElections -#BJP rebel Kripal Parmar got a call from PM #NarendraModi. PM said:
— Amitabh Chaudhary (@main_amitabh_) November 5, 2022
"You withdraw from the election, I will not listen to anything. If I have any role in your life then you leave. pic.twitter.com/QjlchY11uS
वहीं, भाजपा 24 सीट जीत चुकी है और एक सीट पर आगे है। तीन सीट पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। आम आदमी पार्टी (आप) के हिस्से में कोई सीट नहीं आई। उसने 67 सीट पर चुनाव लड़ा था। हिमाचल प्रदेश का 1985 से यह राजनीतिक इतिहास रहा है कि यहां की जनता ने किसी भी पार्टी को लगातार दो बार सत्ता की चाबी नहीं सौंपी है।