Hemant Soren News Live: शिबू सोरेन परिवार में कलह!, झामुमो सुप्रीमो की बड़ी बहू सीता ने कहा- कल्पना को मुख्यमंत्री बनाने के किसी भी कदम का विरोध करेंगी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 31, 2024 19:03 IST2024-01-31T19:02:34+5:302024-01-31T19:03:35+5:30
Hemant Soren News Live: सीता सोरेन ने कल्पना सोरेन को झामुमो विधायक दल का नेता बनाने के किसी भी कदम को लेकर कड़ी आपत्ति जताई।

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Hemant Soren News Live: राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ने और बुधवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ के बीच, सत्तारूढ़ सोरेन परिवार में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की विधायक और पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन को लेकर अनबन उभर आयी है। सीता ने खुले तौर पर कहा कि वह कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने के किसी भी कदम का विरोध करेंगी। यह बयान ऐसे वक्त आया है जब कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया जाता है तो उनकी पत्नी कल्पना मुख्यमंत्री पद के लिए पहली पसंद होंगी। सीता सोरेन ने कल्पना सोरेन को झामुमो विधायक दल का नेता बनाने के किसी भी कदम को लेकर कड़ी आपत्ति जताई।
संयोग से, मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर गठबंधन के विधायकों की बैठक में कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं और मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा तस्वीरें भी साझा की गईं। जामा की विधायक ने कहा, ‘‘मैं पूछना चाहती हूं कि केवल कल्पना सोरेन ही क्यों, जो विधायक भी नहीं हैं और उनके पास कोई राजनीतिक अनुभव भी नहीं है।’’
दिवंगत दुर्गा सोरेन की पत्नी सीता ने सवाल उठाया कि किस परिस्थिति में उनका (कल्पना का) नाम अगले मुख्यमंत्री के तौर पर लिया जा रहा है, जबकि पार्टी में इतने सारे वरिष्ठ नेता हैं। विधायकों की बैठक में सीता सोरेन मौजूद नहीं थीं। वह कुछ निजी कारणों से शहर से बाहर थीं और शाम को रांची पहुंचेंगी। करीब 14 साल से विधायक सीता ने कहा, ‘‘मैं उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के किसी भी कदम का कड़ा विरोध करूंगी...।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं, जिन्हें बागडोर सौंपी जा सकती है। अगर वे एक परिवार से चुनाव करना चाहते हैं, तो मैं सदन में सबसे वरिष्ठ हूं और लगभग 14 साल तक विधायक रही हूं।’’
एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि विधायकों की बैठक के दौरान कई विधायक अनुपस्थित थे। इस महीने की शुरुआत में, सोरेन ने अपनी पत्नी के गांडेय विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज कर दिया था और इसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शिगूफा करार दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘निकट भविष्य में मेरी पत्नी के चुनाव लड़ने की संभावना पूरी तरह से भाजपा का शिगूफा है...उन्हें बागडोर सौंपने की अटकलें भाजपा द्वारा झूठी कहानी गढ़ने के लिए बुना गया ताना-बाना है।’’
दिसंबर में सत्तारूढ़ झामुमो के गांडेय विधायक सरफराज अहमद के अचानक इस्तीफे के साथ-साथ मुख्यमंत्री को ईडी के हालिया समन से अटकलें शुरू हो गईं। विपक्षी दल भाजपा ने दावा किया है कि अहमद को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था ताकि मुख्यमंत्री की पत्नी ईडी के समन के संबंध में किसी भी स्थिति में गांडेय से चुनाव लड़ सकें।