हाथरस रेप कांडः पीड़ित परिवार का आरोप, उनके फोन किए गए सीज, बाहर निकलने की नहीं दी जा रही अनुमति

By रामदीप मिश्रा | Updated: October 2, 2020 17:46 IST2020-10-02T17:46:50+5:302020-10-02T17:46:50+5:30

कांग्रेस का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस गांव के अंदर मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध इसलिए लगा दिया है क्योंकि उसने 'पूरे देश के सामने ग्राउंड से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य प्रस्तुत किए हैं।

hathras gang rape: phones seized, not allowed to come out: says Victim's Relative | हाथरस रेप कांडः पीड़ित परिवार का आरोप, उनके फोन किए गए सीज, बाहर निकलने की नहीं दी जा रही अनुमति

फोटोः एएनआई

Highlightsहाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार के एक सदस्य ने आरोप लगाया है कि उन्हें मीडिया से बात करने से रोका जा रहा है।नाबालिग ने कहा कि उसके परिवार को मोबाइल बंद करने के लिए कहा गया।

लखनऊः हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार के एक सदस्य ने आरोप लगाया है कि उन्हें मीडिया से बात करने से रोका जा रहा है क्योंकि प्रशासन ने उनके गांव में बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगाया है। शुक्रवार सुबह पीड़ित परिवार के एक नाबालिग सदस्य को मीडिया बातचीत के लिए गया था। नाबालिग ने कहा कि उसके परिवार को मोबाइल बंद करने के लिए कहा गया और साथ ही कुछ मोबाइल फोन पुलिस ने ले लिए हैं। 

पीड़ित परिवार का सदस्य गांव के प्रवेश द्वार के बाहर इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों तक पहुंचने के लिए खेत को पार कर गया। उसने कहा, 'उन्होंने (पुलिस) फोन ले लिया है। मेरे परिवार ने मीडिया को बुलाने और बातचीत करने के लिए भेजा। मैं चकमा देकर आया हूं। वे हमें बाहर नहीं आने दे रहे हैं और मीडिया को अंदर नहीं जाने दे रहे हैं। साथ ही साथ हमें धमकी भी दे रहे हैं।' 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस दौरान वह पत्रकारों से बात कर रहा था इसी बीच एक पुलिस अधिकारी आया। पुलिस को देखते ही पीड़ित परिवार का सदस्य मौके से भाग गया। जब मीडिया ने पुलिस अधिकारी से पूछा कि उन्हें परिवार के साथ बातचीत करने से क्यों रोका जा रहा है, तो उसने चुप्पी साध ली।

इस मामले में कांग्रेस का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस गांव के अंदर मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध इसलिए लगा दिया है क्योंकि उसने 'पूरे देश के सामने ग्राउंड से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य प्रस्तुत किए हैं।

हाथरस गैंगरेप केस की जांच करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। एसआईटी को सात दिन में रिपोर्ट पेश करनी है। गत 14 सितंबर को प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 
 

Web Title: hathras gang rape: phones seized, not allowed to come out: says Victim's Relative

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