हरियाणाः सीएम और डिप्टी सीएम के साथ खट्टर सरकार के अन्य मंत्रियों ने क्यों नहीं ली शपथ?

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 28, 2019 02:18 PM2019-10-28T14:18:32+5:302019-10-28T14:18:32+5:30

हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने दीवाली के दिन राज भवन में आयोजित समारोह में दोनों को पद की शपथ दिलाई। खट्टर मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य कुछ दिन बाद शपथ ले सकते हैं।

Haryana: Why didn't other ministers of the Khattar government take oath with CM and Deputy CM? | हरियाणाः सीएम और डिप्टी सीएम के साथ खट्टर सरकार के अन्य मंत्रियों ने क्यों नहीं ली शपथ?

हरियाणाः सीएम और डिप्टी सीएम के साथ खट्टर सरकार के अन्य मंत्रियों ने क्यों नहीं ली शपथ?

Highlights हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने दीवाली के दिन राज भवन में आयोजित समारोह में दोनों को पद की शपथ दिलाई। खट्टर मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य कुछ दिन बाद शपथ ले सकते हैं।

मनोहरलाल खट्टर ने रविवार को दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वह राज्य में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे। जनता जननायक पार्टी (जजपा) नेता दुष्यंत चौटाला ने राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने दीवाली के दिन राज भवन में आयोजित समारोह में दोनों को पद की शपथ दिलाई। खट्टर मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य कुछ दिन बाद शपथ ले सकते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि सीएम और डिप्टी सीएम के साथ खट्टर सरकार के अन्य मंत्रियों ने शपथ क्यों नहीं ली?

-  हरियाणा विधानसभा के चुनावी दंगल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आठ मंत्री भी चारों खाने चित्त हो गए। हारने वाले मंत्रियों में रामबिलास शर्मा (महेंद्रगढ़), कैप्टन अभिमन्यु (नारनौंद), ओमप्रकाश धनखड़ (बादली), कविता जैन (सोनीपत), कृष्णलाल पंवार (इसराना), मनीष कुमार ग्रोवर (रोहतक), कृष्ण कुमार बेदी (शाहबाद) और कर्ण देव कांबोज (रादौर) शामिल हैं। इसबार खट्टर कैबिनेट में भाजपा ऐसे मंत्री बनाना चाहती है जो अनुभवी हों और जिनका जनाधार अच्छा हो। इसलिए नाम तय करने में वक्त लग रहा है।

- हरियाणा में बीजेपी, जेजेपी और कुछ निर्दलीयों के साथ मिलकर सरकार बना रही है। ऐसे में तय करने में वक्त लग सकता है कि मंत्रिमंडल में किस पार्टी के कितने मंत्री होंगे। क्या निर्दलीयों में से भी किसी को मंत्री बनाया जा सकता है। इसी वजह से अभी तक मंत्रियों का नाम तय नहीं हो सका।

- बीजेपी-जेजेपी गठबंधन के बाद मनोहरलाल खट्टर और दुष्यंत चौटाला ने दीपावली के दिन आनन-फानन में शपथ ग्रहण किया। लेट-लतीफी से सत्ता के अन्य समीकरण के गठन को बल मिल सकता था। इस वजह से सीएम और डिप्टी सीएम की शपथ दिला दी गई। बाकी मंत्री बाद में शपथ ग्रहण करेंगे।

मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं ये दिग्गज

खट्टर मंत्रिमंडल में भारतीय जनता पार्टी से छह बार के विधायक अनिल विज, अनिल विज, बनवारी लाल और सीमा त्रिखा मंत्री बन सकती हैं। जेजेपी की ओर से राम कुमार गौतम और ईश्वर सिंह को नयी सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी मिल सकती है। भाजपा की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार को समर्थन दे रहे सात निर्दलीय में से कुछ विधायक और दिवंगत देवी लाल के बेटे रंजीत सिंह चौटाला भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं।

हरियाणा में ऐसे बना सत्ता का समीकरण

भारतीय जनता पार्टी हरियाणा में बहुमत हासिल करने से छह सीट पीछे रह गई थी जिसके बाद उसने जजपा के साथ गठबंधन किया। 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 40, जजपा ने 10, कांग्रेस ने 31 और इनेलो तथा हरियाणा लोकहित पार्टी ने एक-एक सीटों पर जीत हासिल की जबकि सात निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी रहे। हिंदी में शपथ लेने के बाद खट्टर (65) और दुष्यंत (31) ने कहा कि गठबंधन स्थायी सरकार देगा। पूर्व प्रधानमंत्री दुष्यंत चौटाला के प्रपौत्र दुष्यंत ने कहा कि सरकार समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिये कार्य करेगी।

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