कल सवा दो बजे हरियाणा के सीएम पद की शपथ लूंगा, दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री होंगे: मनोहर लाल खट्टर
By रोहित कुमार पोरवाल | Updated: October 26, 2019 15:53 IST2019-10-26T15:29:50+5:302019-10-26T15:53:22+5:30
हरियाणा विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद सरकार गठन को लेकर बना सियासी समीकरण सुलझ गया है।

मनोहर लाल खट्टर कल हरियाणा के सीएम पद की शपथ लेंगे। (फोटो- एएनआई)
हरियाणा विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद सरकार गठन को लेकर बना सियासी समीकरण सुलझ गया है। भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर राज्य में सरकार बनाने जा रही है। मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि कल (27 अक्टूबर) सवा दो बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लूंगा और दुष्यंत चौटाला उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
मनोहर लाल खट्टर ने मीडिया से कहा, ''हमारे पर हरियाणा में सरकार बनाने के लिए हिस्सेदारी का दावा है। राज्यपाल ने हमारा प्रस्ताव स्वीकार किया है और हमें सरकार गठन के लिए आमंत्रित किया है। मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है जिसे स्वीकार कर लिया गया है। कल सवा दो बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा। दुष्यंत चौटाला उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।''
ML Khattar: We have stake claim to form govt in Haryana. Governor has accepted our proposal & invited us. I have tendered my resignation which has been accepted. Tomorrow at 2:15 PM oath taking ceremony will be held at Raj Bhavan. Dushyant Chautala will take oath as Deputy CM. pic.twitter.com/gukF9WWFbk
— ANI (@ANI) October 26, 2019
इससे पहले कयासबाजी चल रही थी कि जनता जननायक पार्टी (जेजेपी) के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। दुष्यंत के पिता और नैना चौटाला के पति अजय चौटाला फिलहाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में अपने पिता और पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला के साथ जेल में बंद हैं।
नैना चौटाला ने बाढडा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रणबीर सिंह महेन्द्र को तेरह हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हराया है।
हरियाणा में हाल में संपन्न हुए चुनाव में सबसे ज्यादा बीजेपी ने 40 सीटें, दूसरे नंबर पर कांग्रेस ने 31 और तीसरे स्थान पर जेजेपी ने 10 सीटें जीती हैं। इसके अलावा 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं। एक सीट हरियाणा लोकहित पार्टी और एक इंडियन नेशनल लोक दल के खाते में गई है।
90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 46 सीटें चाहिए। इस प्रकार बीजेपी (40) और जेजेपी (10) ने गठबंधन कर सरकार गठन का रास्ता साफ कर दिया। हालांकि, वोट प्रतिशत में उछाल के कारण कांग्रेस को इस बार सरकार बनाने की उम्मीद जगी थी लेकिन बीजेपी और जेजेपी के मिल जाने से उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया।