हरियाणा चुनावः किंग मेकर की भूमिका में जेजेपी, दुष्यंत चौटाला निभाएंगे अहम किरदार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 24, 2019 11:42 AM2019-10-24T11:42:10+5:302019-10-24T11:42:10+5:30
देवीलाल के पड़पोते और ओम प्रकाश चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला ने बाजी मार ली है। चुनावी रुझान से यह पता चलता है कि वह 12-15 सीट जीत सकते हैं। जेजेपी प्रवक्ता बीरेंद्र संधू ने कहा कि मीडिया ने पहले ओपिनियन पोल कर कुछ सीट कम कर दी।
हरियाणा में मतगणना जारी है। 21 अक्टूबर को मतदान हुआ था। जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) हरियाणा चुनाव में किंग मेकर बन कर उभर रही है।
देवीलाल के पड़पोते और ओम प्रकाश चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला ने बाजी मार ली है। चुनावी रुझान से यह पता चलता है कि वह 12-15 सीट जीत सकते हैं। जेजेपी प्रवक्ता बीरेंद्र संधू ने कहा कि मीडिया ने पहले ओपिनियन पोल कर कुछ सीट कम कर दी।
11 माह पहले ही पार्टी का गठन किया गया था। उन्होंने कहा कि हम किंगमेकर की भूमिका में आ गए हैं। अगर हरियाणा चुनाव में बीजेपी या कांग्रेस को बहुमत नहीं मिलता है तो जेजेपी निर्णायक भूमिका में आ सकती है। असल में जननायक जनता पार्टी लंबे समय तक हरियाणा की मुख्य पार्टी रही इंडियन नेशनल लोकदल से ही निकलती है।
जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला का संबंध हरियाणा के पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के परिवार से है। जननायक जनता पार्टी पिछले साल उस वक्त अस्तित्व में आई, जब पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला और उनके भाई दिग्विजय चौटाला को इनेलो से बाहर कर दिया गया।
दुष्यंत चौटाला को इनेलो से बाहर निकाले जाने की बड़ी वजह चाचा अभय चौटाला से साथ बिगड़े संबंध थे। 31 साल की उम्र में दुष्यंत चौटाला हरियाणा की राजनीति का बड़ा चेहरा बन चुके हैं। 2013 में इंडियन नेशनल लोकदल के नेता ओम प्रकाश चौटाला और अजय चौटाला को जेबीटी घोटाले में 10 साल की सजा मिली थी।
दोनों दिग्गज नेताओं के जेल में जाने के बाद पार्टी की कमान अभय चौटाला के हाथ में आ गई। 2014 में इनेलो ने अजय चौटाला के बड़े बेटे दुष्यंत चौटाला को हिसार लोकसभा चुनाव से मैदान में उतारा. अपने पिता की सीट पर दुष्यंत चौटाला हरियाणा की दिग्गज नेता कुलदीप बिश्नोई को हराकर 25 साल की उम्र में ही लोकसभा पहुंच गए।