बीजेपी या कांग्रेस हमारी अभी किसी से बात नहीं हुई, हरियाणा में मजबूत सरकार बनाने की चाबी अब भी जेजेपी के पास: दुष्यंत चौटाला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 25, 2019 04:27 PM2019-10-25T16:27:58+5:302019-10-25T16:29:57+5:30
हरियाणा: जेजेपी ने हरियाणा में 10 सीटें जीती हैं। वहीं, सरकार में रही बीजेपी के खाते में केवल 40 सीट गई है। ऐसे में बीजेपी को विधान सभा में बहुमत के लिए 6 विधायकों के समर्थन की दरकार है।
हरियाणा में किसी पार्टी को समर्थन देने को लेकर जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि अभी किसी से भी बात नहीं हुई है और उनका फैसला कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के आधार पर होगा। साथ ही दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में मजबूत सरकार के लिए अभी भी चाबी जेजेपी के पास ही है। दिल्ली में अपने विधायक के साथ बैठक के बाद दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को ये बातें कही।
दुष्यंत चौटाला ने कहा, 'विधायकों के साथ बैठक में एक प्रस्ताव पास कर मुझे विधायक दल का नेता चुना गया। जो भी पार्टी कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर हमारा साथ देगी, उसे हमारा समर्थन होगा। इसमें हरियाणा के लोगों के लिए 75 प्रतिशत नौकरी में आरक्षण सहित चौधरी देवी लाल के पेंशन योजना जैसी बातें शामिल हैं।'
दुष्यंत चौटाला किसे समर्थन देंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा, 'अभी तक हमने किसी से बात नहीं की है क्योंकि राष्ट्रीय कार्यकारिणी अभी एजेंडे को लेकर स्पष्ट नहीं है। अब हमें ये जिम्मेदारी मिली है और हम लोगों से बात करेंगे। उम्मीद है कि अगले कुछ घंटों या कुछ दिनों में अच्छा समाचार मिलेगा।'
बता दें कि जेजेपी ने हरियाणा में 10 सीटें जीती हैं। वहीं, सरकार में रही बीजेपी के खाते में केवल 40 सीट गई है। ऐसे में बीजेपी को विधान सभा में बहुमत के लिए 6 विधायकों के समर्थन की दरकार है। निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी को समर्थन देने की बात कही है और माना जा रहा है कि मनोहर लाल खट्टर आसानी से सरकार बना लेंगे।
बीजेपी के लिए हालांकि एक मुश्किल निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा भी साबित हो रहे हैं। एक एयर होस्टेस के आत्महत्य के मामले में गोपाल कांडा के खिलाफ केस चल रहा है। ऐसे में सरकार बनाने के लिए उनके समर्थन लेने को लेकर विवाद चल रहा है। बीजेपी की नेता उमा भारती ने भी पार्टी को चेताया है कि हरियाणा में सरकार बनाने के लिए गोपाल कांडा का समर्थन नहीं लिया जाना चाहिए।