हरियाणा चुनाव: डेरा सच्चा सौदा की परिक्रमा से परहेज कर रही हैं पार्टियां, 2014 में किया था बीजेपी का समर्थन
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: October 15, 2019 09:31 AM2019-10-15T09:31:28+5:302019-10-15T09:31:28+5:30
Dera Sacha Sauda: 2014 चुनावों में बीजेपी को समर्थन करने वाले डेरा सच्चा सौदा ने इस बार के चुनावों पर नहीं खोले हैं अपने पत्ते
बलवंत तक्षक, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनावों में इस बार राजनीतिक पार्टियां सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा की परिक्रमा से परहेज कर रही हैं। राज्य विधान सभा चुनावों में किसी पार्टी की हार-जीत में हर बार डेरे की बड़ी भूमिका स्वीकार की जाती रही है। पिछले चुनावों में डेरे का भाजपा को खुला समर्थन मिला था और इसी वजह से हरियाणा में पहली बार पार्टी अपने बलबूते सरकार बनाने में सफल रही थी।
हरियाणा में 21 अक्तूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। इन दिनों चुनाव प्रचार जोरों पर है, लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है कि विधानसभा चुनावों में डेरा सच्चा सौदा का कोई रोल नजर नहीं आ रहा है। इससे पहले यह होता रहा है कि विधानसभा चुनावों की दस्तक होते ही राजनीतिक दलों के आका सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा की हाजिरी भरना शुरू कर देते थे। यह सिलिसला तब तक जारी रहता था, जब तक कि डेरे के राजनीतिक विंग की तरफ से किसी पार्टी के पक्ष में फतवा जारी नहीं कर दिया जाता था।
2014 हरियाणा चुनावों में डेरा सच्चा सौदा ने किया था बीजेपी का समर्थन
केंद्र में वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुए थे, तब डेरा सच्चा सौदा की तरफ से मतदान से दो दिन पहले भाजपा को समर्थन का औपचारिक ऐलान किया गया था। खुद डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम पहली बार मतदान करने के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंचे थे। डेरा का समर्थन हासिल करने के लिए उस दौरान भाजपा के कई बड़े नेताओं ने डेरा प्रमुख के चरणों में शीश नवाया था। बदले हालात में डेरा सच्चा सौदा खुद परेशानियों से घिरा हुआ है।
साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा सुनाने के बाद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम रोहतक की सुनारियां जेल में बंद हैं। डेरा सच्चा सौदा की राजनीतिक विंग के इंचार्ज रामसिंग का कहना है कि हरियाणा विस चुनावों के संदर्भ में अभी कोई बैठक नहीं हुई है। जो भी फैसला होना है, मतदान से दो दिन पहले होना है। देखना यही है कि इस बार चुनावों में किस पार्टी को डेरे का समर्थन मिलता है और इसके क्या परिणाम निकलते हैं।
हरियाणा में 70 लाख अनुयायी
जहां तक डेरा सच्चा सौदा के प्रभाव की बात है, सिरसा लोकसभा क्षेत्र की सभी नौ सीटों पर डेरा समर्थकों के अच्छे खासे वोट हैं। फतेहाबाद और टोहाना को तो डेरा समर्थकों का गढ़ माना जाता रहा है। इसके अलावा पानीपत, अंबाला, सोनीपत, करनाल आदि में भी डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी काफी बड़ी तादाद में हैं। खुद डेरा प्रबंधन हरियाणा में सत्तर लाख के करीब डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी होने का दावा करता है।