अहमदाबाद, 10 सितंबर: पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के मुख्य नेता हार्दिक पटेल, जो इन दिनों अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। इसी बीच उनकी तबीयत खराब होने की वजह से वह अस्पताल में भर्ती में हुए थे। लेकिन रविवार रात उनका निजी अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। जहां से सीधे उन्हें उनके आवास ले जाया गया। घर पहुंचकर उन्होंने अपना अनिश्चितकालीन अनशन जारी रखा है।
24 वर्षीय हार्दिक ने पाटीदारों को सरकारी नौकरियों तथा शिक्षा में आरक्षण तथा किसानों को ऋण माफी की मांग को लेकर 25 अगस्त को भूख हड़ताल शुरू किया था। रविवार को उनके अनशन का 16वां दिन था। हार्दिक की तबीयत खराब होने पर उनके समर्थकों ने उन्हें शुक्रवार को सोला राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां से उन्हें निजी एसजीवीपी हालिस्टिक अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जहां से उन्हें रविवार डिस्चार्ज कर दिया गया।
हार्दिक पटेल ने इलाके के डीसीपी जयपाल सिंह राठौड़ पर जान से मार देने की धमकी का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''अहमदाबाद का DCP राठौड़ मुझे कहता है मार दूँगा, अब जिंदा रखने का और मारने का काम भी यमराज जी ने राठौड़ जैसे पुलिस अधिकारी को दे रखा है क्या ? उपवास आंदोलन का कवरेज कर रहे मीडिया कर्मी पर भी पुलिस ने बलप्रयोग किया और उनके केमेरे तोड़ने के प्रयास किया गया। मीडिया के साथ जो हुआ वो गलत है।"