निर्भया मामला: मेरठ के जल्लाद पवन ने कहा-"फांसी के पैसों से मैं अपनी बेटी की शादी कर सकता हूं"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 11, 2020 08:51 IST2020-01-11T08:51:56+5:302020-01-11T08:51:56+5:30
पवन (52), उत्तर प्रदेश के दो जल्लादों में से एक हैं, जिन्हें 23 वर्षीय महिला के छह बलात्कारियों में से चार को फांसी देने के लिए बुलाया जा सकता है। आरोपी मुकेश सिंह, विनय शर्मा, पवन गुप्ता और अक्षय सिंह के लिए दिल्ली कोर्ट ने वारंट जारी किया है।

निर्भया मामला: मेरठ के जल्लाद पवन ने कहा-"फांसी के पैसों से मैं अपनी बेटी की शादी कर सकता हूं"
दिल्ली की अदालत ने 16 दिसंबर, 2012 को दोषी ठहराए गए चार लोगों को 22 जनवरी को फांसी दिए जाने की घोषणा की है। आरोपियों को फांसी दिए जाने वाले दिन की घोषणा के साथ ही एक तरफ देश भर में खुशी मनाई जा रही है। वहीं, दूसरी तरफ आरोपियों के घर में मातम है। इसी के साथ मेरठ स्थित पवन जल्लाद के घर में खुशी की कोई और ही वजह है।
मेरठ निवासी 52 वर्षीय पवन उत्तर प्रदेश के दो जल्लादों में से एक हैं, जिन्हें 23 वर्षीय महिला के छह बलात्कारियों में से चार को फांसी देने के लिए बुलाया जा सकता है। आरोपी मुकेश सिंह, विनय शर्मा, पवन गुप्ता और अक्षय सिंह के खिलाफ दिल्ली के एक कोर्ट ने डेथ वारंट जारी कर दिया है।
पवन की मानें तो वह उत्सुकता से 22 जनवरी वाले दिन का इंतजार कर रहा है। पवन ने कहा कि फांसी दिए जाने के बाद मिले पैसे से मैं असानी से अपनी पांच बेटियों में सबसे छोटी बेटी की शादी का खर्च उठा सकता हूं।
उसने बताया कि सरकार प्रत्येक फांसी के लिए 25,000 रुपये (कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं) देती है। इसलिए, मुझे लगभग 1 लाख रुपये (चार दोषी) मिल सकते हैं और उस राशि से मैं न केवल अपनी बेटी की शादी कर सकता हूं, बल्कि अपने कर्ज भी चुका सकता हूं।
उनके पिता मम्मू सिंह और दादा कल्लू जल्लाद ने 6 जनवरी, 1989 को तिहाड़ जेल में पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत सिंह और केहर सिंह को फांसी पर लटका दिया था।
पवन ने कहा कि मैंने अपनी चार बेटियों की शादी पहले ही कर दी है। उन्होंने कहा, “वह मेरी आखिरी जिम्मेदारी है। हालांकि मुझे फांसी की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली है, लेकिन मेरठ के जेल अधिकारियों ने मुझे पहले ही इस दिन के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होने के लिए कहा है।"
मेरठ जेल के अधीक्षक बी डी सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पवन को जेल में अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा, “हम हर दिन उनकी चिकित्सा जांच कर रहे हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर हमें उसे फांसी के लिए तिहाड़ भेजने के लिए कोई पत्र नहीं मिला है। लेकिन, वह और लखनऊ का एक अन्य जल्लाद राज्य में केवल दो आधिकारिक जल्लाद हैं और हमें पता चला है कि इस बार जल्लाद यूपी से होगा। इसलिए हम अपना काम कर रहे हैं। जब हम राज्य सरकार से आधिकारिक संचार प्राप्त करेंगे तो हम पवन को देहली भेजेंगे।"