कपूरथला में पीट-पीट कर हत्या मामले में गुरुद्वारा का प्रबंधक गिरफ्तार
By भाषा | Updated: December 24, 2021 22:27 IST2021-12-24T22:27:00+5:302021-12-24T22:27:00+5:30

कपूरथला में पीट-पीट कर हत्या मामले में गुरुद्वारा का प्रबंधक गिरफ्तार
चंडीगढ़, 24 दिसंबर पंजाब पुलिस ने कपूरथला के एक गुरुद्वारे के प्रबंधक (केयरटेकर) को एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया और उस पर हत्या का आरोप लगाया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में कथित रूप से बेअदबी का प्रयास करने वाले एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के एक दिन बाद रविवार को निजामपुर गांव के गुरुद्वारे में ‘निशान साहिब’ (सिख धार्मिक ध्वज) का अनादर करने के आरोप में एक अन्य व्यक्ति की हत्या कर दी गयी थी।
गुरुद्वारा के प्रबंधक अमरजीत सिंह ने दावा किया था कि उन्होंने उस व्यक्ति को देखा, जो धार्मिक ध्वज का अनादर करने की कोशिश कर रहा था।
इससे पहले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में संवाददाताओं से कहा कि सरकार हत्या का मामला दर्ज करने पर विचार कर रही है क्योंकि बेअदबी के आरोप के समर्थन में कोई सबूत नहीं मिला है।
पुलिस ने कहा कि अमरजीत सिंह को दो दिनों के लिए हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने एक पिस्तौल भी बरामद की गयी है जिससे उस दिन गोली चलायी गयी थी।
जालंधर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बेअदबी का कोई निशान नहीं मिला है।
उन्होंने कहा, "हमने घटना में पहले से दर्ज प्राथमिकी में संशोधन किया है और धारा 302 (हत्या) तथा 307 (हत्या का प्रयास) को जोड़ा है तथा मुख्य आरोपी अमरजीत सिंह को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।" उन्होंने कहा कि पुलिस ने करीब 100 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से 25 से 30 हथियारों से लैस थे।
उन्होंने कहा कि कहा कि आरोपी ने एक मासूम व्यक्ति की हत्या के लिए अपने साथियों को बुलाकर साजिश रची थी और उग्र भीड़ के हमले में पीड़ित को 25 से 30 गंभीर घाव हुए।
ढिल्लों ने कहा, "एक एसएचओ वहां मौजूद था, वह जांच के दौरान उनकी पहचान कर सकेगा तथा कानून का पालन किया जाएगा।’’
पीड़ित की पहचान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि एक मेडिकल बोर्ड ने डीएनए परीक्षण के लिए नमूने लिए हैं।
अधिकारी ने कहा कि मुख्य आरोपी पांच साल पहले नवांशहर में एक कार चोरी के मामले में भी शामिल था। यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस को संदेह है कि सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की साजिश में विदेशी संलिप्तता है, उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।