फिल्म अभिनेता सनी देओल को अपने नाम बदलने के मामले में राहत मिल गई है लेकिन वह दूसरी आफत में फंस गए हैं. गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर पहली बार मैदान में उतरे सनी को एकसाथ कई मोर्चों पर जूझना पड़ रहा है. पंजाब में गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार सनी देओल के नाम को लेकर भाजपा उलझन में थी. उनके नाम में बदलाव को लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटाया था.परेशानी की वजह यह थी कि मतदाता सूची और दूसरे दस्तावेजों में सनी का नाम अजय सिंह धर्मेंद्र देओल लिखा हुआ था. यही नाम ईवीएम पर छपना था, जबकि सनी के इस नाम से जनता परिचित नहीं है. चुनाव आयोग को भेजी अर्जी में भाजपा की तरफ से कहा गया था कि मतदाताओं को उलझन से बचाने के लिए जरूरी है कि ईवीएम पर अजय सिंह धर्मेंद्र देओल की जगह सनी देओल लिखा जाए.इस मामले की जिम्मेदारी भाजपा ने पठानकोट के मेयर अनिल वासुदेवा को सौंपी थी और उन्होंने यह जिम्मेदारी सफलता से निभा भी दी है. ईवीएम और बैलेट पेपर पर अब सनी देओल लिखने की अर्जी मंजूर कर ली गई है. लेकिन एक तरफ राहत मिलने के बाद सनी के सामने दूसरी मुसीबत मुंह बाये खड़ी है.इस बार शिव सेना हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष निशांत शर्मा ने उन्हें धार्मिक भावनाएं आहत करने के मामले में फंसा दिया है. अमृतसर और मोहाली में उनके खिलाफ दी गई शिकायतों में कहा गया है कि धार्मिक भावनाएं आहत करने के मामले में उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. शिकायत में कहा गया है कि अपने रोडशो के दौरान जिस वाहन पर सनी पैर लटका कर बैठे हैं, वहां भगवान शिव की फोटो लगी है. शिकायत के मुताबिक सनी के पैर भगवान की फोटो पर लग रहे हैं. देखते हैं सनी इस नई समस्या से कैसे निकलते हैं.
गुरदासपुर लोकसभा सीटः नाम की उलझन हो गई खत्म, लेकिन सनी देओल के सामने अब खड़ी हुई दूसरी मुसीबत
By बलवंत तक्षक | Updated: May 5, 2019 11:58 IST