गुजरात: ब्रेन ट्यूमर की लास्ट स्टेज पर महिला ने लगाए 30 हजार पेड़, कहा-लोगों की सांसों में बसना चाहती हूं
By एएनआई | Published: January 8, 2020 03:05 PM2020-01-08T15:05:12+5:302020-01-08T15:47:41+5:30
गुजरात के सूरत जिले में रहने वाली एक 27 वर्षीय महिला ब्रेन ट्यूमर की चौथी स्टेज से पीड़ित हैं। उन्होंने 30 हजार से अधिक पेड़ लगाए हैं।
गुजरात के सूरत जिले में रहने वाली एक 27 वर्षीय महिला ब्रेन ट्यूमर की चौथी स्टेज से पीड़ित हैं। उन्होंने 30 हजार से अधिक पेड़ लगाए हैं ताकि वायु प्रदूषण से बचाव हो सके। उनका मानना है कि वायु प्रदूषण की वजह से लोग तेजी से गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।
श्रुति वदलिया को कुछ महिने पहले इस बीमारी के बारे में पता चला था। जिसके बाद उन्होंने पर्यावरण बचाव अभियान की शुरुआत की थी। उन्होंने महसूस किया कि प्रदूषण की वजह से ही लोगों को कैंसर जैसी बीमारियां हो रही हैं। उनका मानना है कि अधिक पेड़-पौधे लगाने से ऐसी गंभीर बीमारियों से कई लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है।
वदलिया ने अपनी बीमारी को लेकर बताया 'शायद मैं इस बीमारी की वजह से कुछ दिनों में मर सकती हूं लेकिन मैं ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर लोगों की सांसों में बसना चाहती हूं'
वदलिया ने पिछले दो साल में लगभग 30 हजार से ज्यादा पेड़ लगाए हैं। साथ ही उन्होंने लोगों को भी पेड़-पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया है। इतनी गंभीर और जानलेवा बीमारी होने के बावजूद वह अपने उद्देश्य नहीं भटकी।
वदलिया ने बताया 'मेरे पास जिंदगी जीने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए ज्यादा समय नहीं है लेकिन मैं नहीं चाहती कि लोगों को भी इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़े।'
इसके अलावा उन्होंने कई गांवों और स्कूल के बच्चों को पेड़ लगाने के लिए बढ़ावा दिया उन्होंने कहा 'बच्चों के भविष्य को सवारने के लिए शिक्षा सर्वोत्तम रास्ता है।'