अहमदाबादः कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर कई सरकार ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द कर दी। CBSE और ICSE और हरियाणा सरकार के बाद गुजरात सरकार ने परीक्षा रद्द कर दी।
गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी दी। कोविड के कारण देशभर में हालत बहुत ही खराब है। गुजरात सरकार ने बच्चों को एक बड़ी राहत दी है।गुजरात सरकार ने बुधवार को 12वीं की परीक्षा रद्द करने का आदेश जारी किया। इससे पहले गुजरात कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें परीक्षा को रद्द करने पर आम सहमति बनी।
हरियाणा राज्य बोर्ड ने 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द कीं
हरियाणा सरकार ने राज्य बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है। शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने मंगलवार को यह जानकारी दी। केंद्र सरकार द्वारा सीबीएसई की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का ऐलान किए जाने के कुछ ही देर बाद राज्य सरकार का यह निर्णय सामने आया है।
पाल ने कहा, '' हमने भी राज्य में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय लिया है। हम केंद्र द्वारा लिए गए फैसले के साथ हैं और बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है।'' उन्होंने कहा कि राज्य बोर्ड 12वीं कक्षा के छात्रों के नतीजों को संकलित करने के संबंध में कदम उठाएगा और इस बाबत जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर केंद सरकार ने मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह फैसला छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद इस फैसले की घोषणा की गई।
साथ ही यह फैसला भी हुआ कि सीबीएसई 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के परिणामों को समयबद्ध तरीके से एक पूर्णत: स्पष्ट उद्देश्यपरक मानदंड के अनुसार संकलित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी ने कहा, ‘‘छात्रों का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इससे किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है।’’
उन्होंने कहा कि परीक्षा को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की उत्सुकता को समाप्त किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे तनाव भरे माहौल में छात्रों को परीक्षा में शामिल होने को लेकर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए। पीएमओ ने कहा, ‘‘कोविड के कारण उत्पन्न अनिश्चित परिस्थितियों और विभिन्न हितधारकों से प्राप्त राय एवं सुझावों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं नहीं कराई जाएंगी।’’
महामारी को देखते हुए सीआईएससीई ने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कीं
सीआईएससीई ने कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए इस वर्ष 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय किया है। बोर्ड के सचिव गेरी अराथून ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। वैकल्पिक आकलन मानकों की जल्द घोषणा की जाएगी।’’
काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआईएससीई) का निर्णय सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने की तर्ज पर लिया गया है। सीबीएसई परीक्षाओं का रद्द करने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक के दौरान लिया गया।
सीआईएससीई ने मंगलवार की रात जारी आधिकारिक आदेश में कहा, ‘‘देश में कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सीआईएससीई ने 2021 के लिए आईएससी (12वीं कक्षा) की परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय किया है। छात्रों, शिक्षकों और इस प्रक्रिया से जुड़े सभी लोगों की सुरक्षा, स्वास्थ्य हमारी शीर्ष प्राथमिकता है।’’