गुजरात के अहमदाबाद में एक महिला पुलिसकर्मी अपने बच्चे के साथ ड्यूटी निभा रही है। पुलिसकर्मी पुलिस कॉन्सटेबल संगीता परमेर का बेटा अभी एक वर्ष का ही है।
संगीता ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ''यह कठिन है लेकिन एक मां और एक कांस्टेबल के दोनों कर्तव्यों को पूरा करना मेरी जिम्मेदारी है। उसकी तबीयत ठीक नहीं है इसलिए मुझे उसे लाना अपने साथ लाना और दूध पिलाना पड़ता है।''
संगीता की खबर सामने आने के बाद उनके हौसले की तारीफ हो रही है। ट्विटर पर उन्हें तारीफ में कसीदे लिखे जा रहे हैं।
श्वेता नाम की यूजर ने ट्वीट में लिखा, ''यह वास्तविक महिला सशक्तिकरण है, उन्हें और शक्ति मिले।''
एक यूजर ने इसी बहाने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर तंज कसा। यूजर ने लिखा, ''और यहां दिल्ली की महिलाओं विरोध प्रदर्शन के नाम पर बच्चों को बलिदान कर रही हैं।''
विशाल नाम के यूजर ने लिखा, ''नारी शक्ति, मां को सलाम।''
संगीता नाम की एक यूजर ने लिखा, ''सरकार को मां बनने वाली कर्मचारियों के लिए गंभीरता से कुछ करना चाहिए। मुझे अपनी बैंक की सरकारी नौकरी छोड़नी पड़ेगी क्योंकि काम पर होने की वजह से मेरे बच्चे की देखभाल करने वाला कोई नहीं होगा। सरकार को कार्यालय में क्रेच (शिशु-गृह) सुविधा खोलनी चाहिए।''