भारत:गुजरात के कच्छ से कथित तौर पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगने के बाद इस मामले में एक नया मोड़ आया है। बता दें कि यह नारे कच्छ के अंजार तालुका के दुधई गांव में एक चुनावी विजय जुलूस के दौरान लगे हैं। वहीं इस मामले में पुलिस ने बयान जारी कर कहा है कि जुलूस के दौरान लगाए गए नारे को गलत तरीके से पेश किया गया है। पुलिस ने अपनी जांच में पाया की कुछ लोगों ने वीडियो को यह कहकर वायरल कर दिया कि इसमें देश विरोधी नारे लगे हैं। पुलिस ने अपने स्तर पर इसकी जांच कर इसकी पुष्टी की है।
क्या है पूरा मामला
गुजरात में मंगलवार को कुल 8686 ग्राम पंचायतों के चुनावी नतीजों का एलान हुआ है। इस चुनाव में दुधई गांव के रीनाबेन रंगूभाई कोठीवार करीब 1026 वोटों से विजयी हुई हैं। इसके बाद रीनाबेन के समर्थकों ने जीत की खुशी मनाने के लिए बाहर निकल गए और जुलूस निकालने लगे। वहां मौजूद समर्थकों ने जुलूस के दौरान "राधुभाई जिंदाबाद" के नारे लगाए जिसे कुछ लोगों ने यह कहकर वीडियो वायरल कर दिया कि इस जुलूस में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगे हैं। हालांकि इस नारे का कोई वीडियो अभी तक सामने नहीं आया है।
पुलिस ने नारे लगने की बात को गलत बताया
मामले में बयान देते हुए पूर्वी कच्छ के एसपी मयूर पाटिल ने बताया जुलूस के वीडियो को गलत रुप से पेश किया गया है। उनका मानना है कि उस जुलूस में इस तरह के कोई नारा नहीं लगा है। इस मामले में पुलिस ने रीनाबेन रंगूभाई कोठीवार के पति रघु भाई कोठीवाड़ से भी पूछताछ की है। उन्होंने नारे के लगने को गलत बताया और वीडियो को गलत तरीके से पेश करने वालों का भी पता लगाने की बात कही है।