नई दिल्लीः आगामी गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में राज्य के सभी 26 संसदीय क्षेत्रों में पर्यवेक्षक नियुक्त किए थे। कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अंतिम मुहर लगाई है। गुजरात में इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना है।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को गुजरात के लिए कांग्रेस का सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया। छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंह देव और मिलिंद देवड़ा ऑब्जर्वर होंगे। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हिमाचल का सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है। राजस्थान के सीनियर नेता सचिन पायलट और प्रताप सिंह ऑब्जर्वर की भूमिका निभाएंगे।
सोनिया गांधी ने गहलोत को गुजरात चुनाव के लिए और बघेल को हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया। गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। कांग्रेस इन दोनों राज्यों में भाजपा से सत्ता हथियाने की जद्दोजेहद में लगी है।
विधानसभा चुनावों के पिछले दौर में कांग्रेस आप के हाथों पंजाब में हार गयी थी जबकि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा एवं मणिपुर में उसका बहुत बुरा प्रदर्शन रहा था। भाजपा चार राज्यों में सत्ता अपने पास बचाये रखने में कामयाब रही।
कांग्रेस ने इस साल के आखिर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के अनुसार, राजस्थान सरकार के कई मंत्रियों और पार्टी के कई नेताओं को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
कच्छ संसदीय क्षेत्र के लिए शाले मोहम्मद एवं इंद्रजीत सिंह गुर्जर, बनासकांठा के लिए अशोक चान्दना, महसाणा के लिए उदय लाल अंजना, वलसाड़ के लिए नितिन राउत और अन्य क्षेत्रों के लिए भी कई अन्य नेताओं को पर्यवेक्षक बनाया गया है।