पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माधवसिंह सोलंकी का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक
By अनुराग आनंद | Updated: January 9, 2021 10:20 IST2021-01-09T10:15:48+5:302021-01-09T10:20:56+5:30
गुजरात के पूर्व सीएम व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माधवसिंह सोलंकी का शनिवार सुबह गांधीनगर में निधन हो गया।

वरिष्ठ नेता माधवसिंह सोलंकी का निधन (Photo News 18 gujarat)
अहमदाबाद: पूर्व विदेश मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माधवसिंह सोलंकी का शनिवार सुबह गांधीनगर में निधन हो गया। उनकी उम्र 93 वर्ष थी। कांग्रेस के नेताओं ने यह जानकारी दी। सोलंकी गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री भी थे। सोलंकी गुजरात के एक बार नहीं बल्कि चार बार सीएम बने थे।
कांग्रेस की गुजरात इकाई के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने ट्वीट किया,‘‘ माधवसिंह सोलंकी के निधन से शोकाकुल हूं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें। उन्होंने अपने कामों से लोगों के दिलों में जगह बनाई।’’ चावड़ा सोलंकी के रिश्तेदार भी हैं। सोलंकी ने जून 1991 से मार्च 1992 के बीच विदेश मंत्री का प्रभार संभाला था।
उन्होंने राज्य में कांग्रेस की जीत के लिए क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम (केएचएएम) जाति तथा समुदायों के गठबंधन का विचार रखा था। वह गुजरात से दो बार राज्य सभा के सदस्य भी रहे। नरेन्द्र मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से पहले सोलंकी सबसे लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे। सोलंकी के बेटे भरत सिंह सोलंकी भी पूर्व केन्द्रीय मंत्री हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माधवसिंह सोलंकी के निधन पर शोक जताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी के निधन पर शोक जताया और कहा कि उन्होंने दशकों तक गुजरात की राजनीति में अहम भूमिका निभाई। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘माधवसिंह सोलंकी दशकों तक गुजरात की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले एक दुर्जेय नेता थे। उत्कृष्ट समाज सेवा के लिए उन्हें याद किया जाएगा। उनके निधन से दु:खी हूं।’’
प्रधानमंत्री ने दिवंगत माधवसिंह सोलंकी के पुत्र से फोन पर बात की-
प्रधानमंत्री ने दिवंगत माधवसिंह सोलंकी के पुत्र और कांग्रेस नेता भरतसिंह सोलंकी से फोन पर बात भी की और अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। मोदी ने कहा कि राजनीति से इतर माधवसिंह सोलंकी नयी-नयी पुस्तकें पढ़ने के भी बहुत शौकीन थे। साथ ही संस्कृति से भी उनका बहुत लगाव था।
उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं उनसे मिलता या बातें करता, वह अक्सर किताबों की चर्चा करते और मुझे हाल के दिनों में पढ़ी हुई पुस्तकों के बारे में बताते। उनसे हुए संवादों को मैं हमेशा संजो कर रखूंगा।’’ चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे सोलंकी केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे।
(एजेंसी इनपुट)