Gujarat By-Election Results 2019: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात से ही आते हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मौजूदा अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह भी गुजरात से ही आते हैं। गुजरात में अर्से से बीजेपी की सरकार है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी गुजरात में खासी लोकप्रियता है लेकिन इस बार के उपचुनाव में बीजेपी और सीएम रूपाणी का सियासी तजुर्बा काम नहीं आया। कांग्रेस विधायक रहे अल्पेश ठाकोर को बीजेपी ने खास मकसद से पार्टी में शामिल किया था, वह पूरा नहीं हो सका। अल्पेश ठाकोर उपचुनाव हार गए। यही नहीं, उनके साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए धवलसिंग झाला भी पार्टी की नाक नहीं बचा सके। अल्पेश ठाकोर राधनपुर विधानसभा सीट और धवलसिंग झाला बायड सीट से चुनाव हार गए।
अल्पेश ठाकोर को शायद अपनी हार का अंदाजा पहले ही लग गया था। यह कयास इसलिए लग रहा है क्योंकि उन्होंने मतदान वाले दिन के बाद से अपने आधिकारिक हैंडल से एक भी ट्वीट नहीं किया है। खबर लिखे जाने तक अल्पेश ठाकोर का आखिरी ट्वीट 21 अक्टूबर रात 8 बजकर 12 मिनट पर आया था। उन्होंने गुजराती भाषा में लिखे संदेश वाली गृहमंत्री अमित शाह की एक तस्वीर ट्वीट की थी।
खबर लिखे जाने तक अल्पेश ठाकोर द्वारा किया गया आखिरी ट्वीट-
21 अक्टूबर को किए गए इस ट्वीट के बाद से अल्पेश ठाकोर ने कई ट्वीट नहीं किया है। 21 अक्टूबर को ही हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ-साथ अलग-अलग राज्यों में उपचुनाव के लिए मतदान किया गया था।
वैसे अल्पेश ठाकोर के ट्विटर हैंडल से अंदाजा लगता है कि वह इस माध्यम पर प्रतिक्रिया देने के लिए पहले भी बहुत तत्पर नहीं रहे हैं क्योंकि 21 अक्टूबर से पहले 7 अक्टूबर को उन्होंने एक रीट्वीट किया था। उससे पहले एक अक्टूबर उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को लेकर को ट्वीट किया था।
अल्पेश ठाकोर राधनपुर विधानसभा सीट से अपने प्रतिद्वंदी से 3804 मतों से हार गए। उन्हें कांग्रेस उम्मीद रघुभाई देसाई ने हराया। अल्पेश ठाकोर को कुल 73603 वोट मिले, वहीं, रघुभाई देसाई के खाते में 77410 वोट गए।
माना जाता है कि अन्य पिछड़ा वर्ग और पाटीदार समाज के मतदाताओं पर अल्पेश ठाकोर की पकड़ अच्छी है, इसी पर भरोसा जताते हुए बीजेपी ने उनपर दांव खेला था।