गुजरात बजट 2018: 1.84 लाख लड़कियों को दी जाएगी फ्री में साइकिल, 64 करोड़ का ऐलान
By भारती द्विवेदी | Updated: February 20, 2018 20:15 IST2018-02-20T18:26:54+5:302018-02-20T20:15:17+5:30
ये बजट सत्र 19 फरवरी से लेकर 28 मार्च तक चलेगा

गुजरात बजट 2018: 1.84 लाख लड़कियों को दी जाएगी फ्री में साइकिल, 64 करोड़ का ऐलान
नई दिल्ली, 20 फरवरी: गुजरात में कल से बजट सत्र शुरू हो चुका है। उप-मुख्यमंत्री व वित्त मंत्रालय संभाल रहे नितिन पटेल ने मंगलवार को विधानसभा में बजट पेश किया है। ये बजट सत्र 19 फरवरी से लेकर 28 मार्च तक चलेगा। ये मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की सरकार का पहला बजट है। नितिन पटेल उप मुख्यमंत्री के पद के अलावा वित्त मंत्रालय भी संभालते हैं। बजट के दूसरे दिन नितिन पटेल ने युवाओं, किसान और शिक्षा को ध्यान में रखा है।
बजट की मुख्य घोषणाएं
- सरकार ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (सरदार पटेल प्रतिमा) के निर्माण के लिए 89 9 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
-- युवाओं के रोजगार और व्यवसाय के लिए 780 करोड़ रुपए का प्रावधान। अगले वित्त वर्ष में सरकार द्वारा 30 हजार नई भर्ती का वादा।
- अहमदाबाद में मेट्रो रेल परियोजना के लिए 592 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
- तटीय इलाकों में बोट एंबुलेंस की शुरुआत के लिए दो करोड़ रुपए का प्रावधान।
- गुजरात टेक्नोलॉजी के नए कैंपस के लिए मिलेंगे 13 करोड़ रुपए।
- गुजरात पेरिनटलॉजी इंस्टीट्यूट के लिए एक करोड़ रुपए का ऐलान।
- मोढेरा में सोलर टूरिज्म। इंटरनेशनल टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने के लिए 22 करोड़ रुपए का प्रावधान।
- श्रमिक योजना के तहत 57 नए फूड सेंटर्स के लिए 89 करोड़ रुपए का आवंटन।
- गुजरात यूनिवर्सिटी में रिसर्च पार्क बनाने के लिए 42 करोड़ रुपए।
- मान्यता प्राप्त रिपोर्ट्स के लिए जीएसआरटीसी की वॉल्वो बस के पास का इंतजाम।
- 1.84 लाख लड़कियों को फ्री में दी जाएगी साइकिल। इसके लिए सरकार ने 64 करोड़ रुपए दिए।
- ट्राइबल इलाकों में पीने के लिए साफ पानी के लिए 2800 रुपए की लागत से 10 स्कीम शुरू की जाएंगी।
- विलुप्त हो रहे शेर को सुरक्षति रखने के लिए प्रोजेक्ट लायन की शुरुआत। इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 4 करोड़ रुपए का आवंटन किया है।
आपको बता दें कि जब सरकार की तरफ से उफ-मुख्यमंत्री नितिन पटेल बजट पेश कर रहे थे, तब कांग्रेस विधायक रिबाजिया हर्षद कुमार ने नारे लगाए। साथ ही नितिन पटेल के ऊपर मूंगफली फेंककर बदतमीजी की। इस घटना के बाद स्पीकर ने उन्हें सदन से बाहर जाने को कहा, जिसके बाद विपक्ष ने वॉक आउट कर लिया।