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गुजरात विधानसभा उप चुनावः आठ सीट, 81 प्रत्याशी, एडीआर रिपोर्ट में खुलासा-18 प्रतिशत उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि के

By भाषा | Updated: October 30, 2020 17:43 IST

रिपोर्ट के अनुसार प्रत्याशियों में से 20 या 25 प्रतिशत लोगों ने करोड़ों रुपये की संपत्ति होने की घोषणा की है। हालांकि कुल 81 प्रत्याशी चुनाव में खड़े हैं लेकिन रिपोर्ट, 80 उम्मीदवारों द्वारा दाखिल किये गए हलफनामे पर आधारित है।

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ठळक मुद्देउप चुनाव में भाग ले रहे 80 प्रत्याशियों में से 18 प्रतिशत ने अपने विरुद्ध आपराधिक मामला होने का खुलासा किया है।एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, उम्मीदवारों में से सात या नौ प्रतिशत ने अपने विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले होने का खुलासा किया है। गौरतलब है कि गंभीर आपराधिक मामलों में जमानत न मिलने का प्रावधान है और इनमें पांच साल से अधिक समय के लिए जेल हो सकती है।

नई दिल्लीः गुजरात विधानसभा के लिए तीन नवंबर को होने वाले उप चुनाव में भाग ले रहे 80 प्रत्याशियों में से 18 प्रतिशत ने अपने विरुद्ध आपराधिक मामला होने का खुलासा किया है।

‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म’ (एडीआर) संगठन की एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई। रिपोर्ट के अनुसार प्रत्याशियों में से 20 या 25 प्रतिशत लोगों ने करोड़ों रुपये की संपत्ति होने की घोषणा की है। हालांकि कुल 81 प्रत्याशी चुनाव में खड़े हैं लेकिन रिपोर्ट, 80 उम्मीदवारों द्वारा दाखिल किये गए हलफनामे पर आधारित है।

एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, उम्मीदवारों में से सात या नौ प्रतिशत ने अपने विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले होने का खुलासा किया है। उम्मीदवारों में से 14 या 18 प्रतिशत के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं। गौरतलब है कि गंभीर आपराधिक मामलों में जमानत न मिलने का प्रावधान है और इनमें पांच साल से अधिक समय के लिए जेल हो सकती है।

भाजपा के आठ में से तीन, कांग्रेस के आठ में से दो

रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय जनजातीय पार्टी के दो में से एक, भाजपा के आठ में से तीन, कांग्रेस के आठ में से दो तथा 53 निर्दलीय उम्मीदवारों में से आठ ने हलफनामे में अपने विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज होने की बात स्वीकार की है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय जनजातीय पार्टी के दो में से एक, भाजपा के आठ में से दो तथा 53 निर्दलीय उम्मीदवारों में से चार ने हलफनामे में अपने विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने का उल्लेख किया है।

रिपोर्ट में कहा गया, “उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का राजनीतिक दलों द्वारा प्रत्याशियों के चयन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। दलों ने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लगभग 18 प्रतिशत प्रत्याशियों को चुनाव का टिकट दिया है।”

रिपोर्ट में कहा गया, “गुजरात उप चुनाव में भाग ले रही सभी प्रमुख पार्टियों ने 25 से 38 प्रतिशत ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है जिन्होंने अपने विरुद्ध आपराधिक मामला होने की घोषणा की है।” उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को राजनीतिक दलों से पूछा था कि वह आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों का चयन करने के पीछे कारण बताएं और यह भी बताएं कि गैर आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों को टिकट क्यों नहीं दिया जाता।

रिपोर्ट में उम्मीदवारों की वित्तीय पृष्ठभूमि का भी विवरण दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, “80 उम्मीदवारों में से 20 करोड़पति हैं। भाजपा के आठ में से आठ, कांग्रेस के आठ में से छह और 53 निर्दलीय प्रत्याशियों में से छह ने अपने पास एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति होने का उल्लेख किया है।” गुजरात विधानसभा की अब्दासा, लिम्बडी, मोरबी, धारी, गढडा, कर्जन, डांग और कापरड़ा सीटों के उप चुनाव होना है जिसके नतीजे दस नवंबर को घोषित किये जाएंगे।

टॅग्स :उपचुनावगुजरातभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)कांग्रेसविजय रुपानी
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