मुंबई, पांच अगस्त महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान प्रदेश में 790 बाल विवाह रूकवाया है।
राज्य सरकार, युनिसेफ और गैर सरकारी संगठन अक्षय सेंटर ने संयुक्त रूप से ऐसे विवाह पर रोक लगाने के लिये एक नये अभियान की शुरूआत की । ठाकुर इसी मौके पर संवाददाताओं से बातचीत कर रही थी।
लॉकडाउन के दौरान बाल विवाह में अचानक तेजी देखी गयी, जिसके बाद राज्य सरकार ने इस ताजा अभियान की शुरूआत की, जो पांच अगस्त से सितंबर के आखिर तक चलेगा ।
अधिकारियों के अनुसार, अप्रैल 2020 के बाद से अब तक सोलापुर सर्वाधिक 88 बाल विवाह रूकवाया गया जहां 18 साल से कम उम्र लड़कियों की शादी करवायी जा रही थी ।
इस सूची में सोलापुर के बाद औरंगाबाद (62), उस्मानाबाद और नांदेड़ (45-45), यतवतमाल (42) और बीड (40) का स्थान आता है।
ठाकुर ने बताया कि बाल विवाह रोकथाम अधिनियम 2008 में बदलाव करने के उद्देश्य से सुझाव देने के लिये एक समिति गठित की गयी है ।
युनिसेफ की राजेश्वरी चंद्रशेखर के अनुसार के महाराष्ट्र बाल विवाह के मामले में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।