नई दिल्ली: एआईएमआईएम प्रमुख असुद्दीन ओवैसी ने कक्षा 12वीं की इतिहास की किताबों से मुगल इतिहास को हटाए जाने पर नाराजगी जताई है। असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को कहा, "मोदी सरकार पाठ्यपुस्तकों से मुगल इतिहास मिटा रही है, जबकि चीन भारत के वर्तमान को मिटा रहा है।"
दरअसल, एनसीईआरटी द्वारा सीबीएसई की किताबों को तर्कसंगत बनाने पर भारी विवाद के बीच यह टिप्पणी आई है। ओवैसी ने सरकार की आलोचना करते हुए चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों के नामकरण के मुद्दे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी सरकार एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम से मुगलों को मिटा रही है।
एनसीईआरटी के निदेशक ने दिया बयान
एनसीईआरटी की किताबों में से मुगल इतिहास को हटाने के मुद्दे पर निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने एक बयान जारी किया। उन्होंने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह झूठ है कि सीबीएसई की किताबों से मुगलों पर अध्याय हटा दिए गए हैं।
एनसीईआरटी के निदेशक ने कहा कि पिछले साल युक्तिकरण की प्रक्रिया थी। कोविड के कारण छात्रों पर हर जगह दबाव था। 11वीं क्लास की किताब के सेक्शन-2 में साम्राज्यों में मुगलों का इतिहास पढ़ाया जा रहा है और 12वीं क्लास की किताब में मुगलों के इतिहास पर चैप्टर थे, जिनमें से पिछले साल थीम नौ हटा दी गई थी, जबकि थीम 8 अभी भी छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। इस साल किसी भी किताब से कोई अध्याय नहीं हटाया गया है।