क्रू मेंबर के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद क्रूज शिप पर फंसे 2000 लोग, बिना जांच बाहर जाने की नहीं अनुमति
By अनिल शर्मा | Published: January 3, 2022 02:04 PM2022-01-03T14:04:41+5:302022-01-03T14:15:39+5:30
क्रूज शिप पर 2000 लोग सवार थे। क्रू मेंबर के कोरोना संक्रमित निकलने के बाद सभी को रोक कर रखा गया है।
गोवाः यहां मुंबई-गोवा कॉर्डेलिया क्रूज शिप के एक क्रू मेंबर के कोविड-19 से संक्रमित मिलने के बाद 2,000 से अधिक लोग इसमें फंसे हुए हैं। हिंदुस्तान की रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रू मेंबर रैपिड ऐंटीजन टेस्ट में संक्रमित मिला और उसे आइसोलेशन में रखा गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक यात्रियों को बिना जांच के उतरने की अनुमति नहीं है। स्वास्थ्य अधिकारी उतरने से पहले क्रूज शिप पर सवार सभी 2,000 यात्रियों की कोविड जांच कर रहे हैं। वहीं नमूने दे चुके यात्री अपनी रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
अधिकारियों ने सभी यात्रियों को जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, क्रूज जहाज पर बने रहने के लिए कहा है। इस क्रूज शिप के संचालकों को वास्को स्थित सालगांवकर मेडिकल रिसर्च सेंटर (SMRC) अस्पताल के माध्यम से सभी यात्रियों का कोविड-19 परीक्षण करने के लिए कहा गया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने रविवार को कहा कि गोवा सरकार, इस बीच, सोमवार को टीकाकरण खुलने के बाद अगले चार दिनों में कोविड -19 के खिलाफ 15-18 आयु वर्ग के सभी 72,000 बच्चों को पहली खुराक देने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
राणे ने यह भी कहा कि गोवा अगले 15 दिनों में जीनोम अनुक्रमण मशीन स्थापित करेगा ताकि संदिग्ध ओमीक्रोन स्वरूप के नमूनों के परीक्षण में देरी से बचा जा सके। फिलहाल ओमीक्रॉन की जांच के लिए नमूनों को पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) में भेजा जाता है।