4 सितंबर को जम्मू-कश्मीर आकर नई पार्टी का एलान करेंगे गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता कर सकते हैं समर्थन
By सुरेश एस डुग्गर | Published: August 29, 2022 05:56 PM2022-08-29T17:56:40+5:302022-08-29T17:56:40+5:30
अगले महीने 4 सितंबर को गुलाम नबी आजाद के जम्मू आने पर उनके भव्य स्वागत की तैयारी चल रही है। इसकी कमान आजाद के करीबी जीएम सरूढ़ी ने संभाली है।
जम्मू: गुलाम नबी आजाद और उनके करीबी नई पार्टी के गठन की तैयारियों में जुट गए हैं। जम्मू से लेकर श्रीनगर और दिल्ली तक इस पर मंथन हो रहा है। आजाद को जम्मू कश्मीर में भारी समर्थन मिल रहा है। 4 सितंबर को आजाद के जम्मू आने पर उनके भव्य स्वागत की तैयारी चल रही है। इसकी कमान आजाद के करीबी जीएम सरूढ़ी ने संभाली है।
बताया जाता है कि जम्मू आने पर हजारों की संख्या में कार्यकर्ता आजाद को समर्थन देने का एलान भी करेंगे। उनके पक्ष में कांग्रेस से ही नहीं बल्कि अपनी पार्टी के भी दर्जनों नेताओं ने इस्तीफा देकर उनका समर्थन करने की घोषणा की है।
जम्मू कश्मीर से कांग्रेस के कई नेता इस समय दिल्ली में आजाद के पास डेरा डाले हुए हैं। हालांकि इनमें से कइयों ने अभी कांग्रेस से त्यागपत्र नहीं दिया है, लेकिन अंदर खाने से आजाद को ही उनका समर्थन है।
यह भी कहा जा रहा है कि जम्मू कश्मीर में जब चुनाव होंगे तब वह मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भी होंगे। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के पूर्व उपाध्यक्ष जीएम सरूरी ने इस बात की पुष्टि भी की है।
यह सच है कि गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को लग रहे एक के बाद एक बड़े झटकों से आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार तक खड़े करना पार्टी के लिए चुनौती बन गया है।
प्रदेश में आखिरी विधानसभा चुनाव 2014 में हुए थे। उसमें कांग्रेस 12 सीटों के साथ जम्मू कश्मीर में चौथे नंबर पर सिमट गई थी। अब उन 12 पूर्व विधायकों में से 11 कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं।
आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पास उम्मीदवार खड़े करने के लिए नेता नहीं रहने से बड़ी चुनौती पैदा हो गई है। इस सवाल पर विकार रसूल वानी का कहना है कि प्रदेश में जो कांग्रेस बची है। वह पूरे दम के साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी के सिपाही की तरह काम करेगी।
पूर्व डिप्टी स्पीकर गुलाम हैदर मलिक सहित कांग्रेस के तीन और नेताओं ने दिग्गज राजनेता गुलाम नबी आजाद के समर्थन में सोमवार को पार्टी से इस्तीफे की घोषणा की।
कठुआ के बनी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक मलिक और दो पूर्व एमएलसी - कठुआ से सुभाष गुप्ता और डोडा से शाम लाल भगत ने अलग-अलग अपने त्याग पत्र पार्टी आलाकमान को भेजे।
पूर्व मंत्रियों और विधायकों सहित कांग्रेस के एक दर्जन से अधिक प्रमुख नेता, सैकड़ों पंचायती राज संस्थान (पीआरआई) के सदस्यों के अलावा, नगर निगम और जिला और ब्लॉक स्तर के नेता आजाद में शामिल होने के लिए पहले ही कांग्रेस छोड़ चुके हैं, जो जल्द ही एक राष्ट्रीय स्तर की पार्टी शुरू करेंगे।