गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की मौत की खबर ने सबको चौंका दिया है। सोमवार (20 जुलाई) की रात गाजियाबाद के विजयनगर इलाके में अपनी दोनों बेटियों के साथ बाइक से जाते वक्त पत्रकार विक्रम जोशी को बदमाशों ने सिर में गोली मारी थी। जिसके बाद इलाज के दौरान बुधवार (22 जुलाई) की सुबह 4 बजे उनकी मौत हो गई। कोमा में जाने से पहले पत्रकार विक्रम जोशी ने अपनी बेटी को एक सफल महिला बनने की बात कही थी।
नवभारत टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कोमा में जाने से पहले पत्रकार विक्रम जोशी काफी दर्द में थे। वह कुछ भी बोल नहीं पा रहे थे। लेकिन फिर भी उन्होंने ने अपनी 9 साल की बड़ी बेटी से कहा, ''बड़े होकर सफल महिला बनना और अपनी मां व बहन को कभी मत छोड़ना...''
पत्रकार विक्रम जोशी की बड़ी बेटी ने बताई कैसे किया बदमाशों ने हमला
पत्रकार विक्रम जोशी की दो बेटियां हैं। उनकी बड़ी बेटी 9 साल की है। बड़ी बेटी ने बताया है, जब हम पापा के साथ घर जा रहे थे तो एक शख्स ने पापा की बाइक रोक दी। दूसरे शख्स ने पापा को डंडे से मारा। मैं उस वक्त इतना डर गई थी कि बहन को मैंने दुकान के पीछे छिपा दिया था। जैसे ही मैं पापा के पास दौड़कर गई तो एक शख्स ने पापा के सिर में गोली मार दी। पापा गिर गए थे। मैं उस वक्त रोने लगी, चिल्लाई लेकिन हमारी मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आया।
इस घटना का वीडियो सीसीटीवी में भी देखने को मिला है। सोशल मीडिया पर सामने आई सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि जब हथियारबंद लोगों के समूह ने जोशी को रोका तो उनकी बाइक मुड़कर गिर गयी। इसके बाद उन पर हमला किया गया। वीडियो में दिख रहा है कि जोशी की बेटियां कुछ दूर तक भागीं, वहीं हमलावरों ने जोशी को पकड़ लिया और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। फिर उनमें से एक व्यक्ति ने अचानक गोली चलाई और जोशी जमीन पर गिर गए।
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक इसके बाद आरोपी वहां से भाग गए। जोशी की बड़ी बेटी भागकर अपने पिता के पास आई और उनके पास बैठकर मदद के लिए गुहार लगाने लगी।
पत्रकार विक्रम जोशी मामले में 9 की गिरफ्तारी, एक पुलिस सस्पेंड
पत्रकार विक्रम जोशी ने 16 जुलाई 2020 को अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ किए जाने के आरोप में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। जोशी को सोमवार रात करीब साढ़े 10 बजे उस समय सिर में गोली मारी गई थी जब वह अपनी दो बेटियों के साथ एक दोपहिया वाहन पर सवार होकर विजय नगर इलाके में स्थित अपने घर लौट रहे थे। पत्रकार के परिवार ने दावा किया है कि पुलिस ने जोशी की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि मंगलवार (21 जुलाई) को नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और प्रताप विहार पुलिस चौकी प्रभारी राघवेंद्र सिंह को कर्तव्य में लापरवाही के मामले में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने 16 जुलाई को दर्ज कराई गई जोशी की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। प्राथमिकी में तीन संदिग्धों रवि, शाहनूर उर्फ छोटू और आकाश को नामजद किया गया है तथा मामले में कई अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। जिला पुलिस ने शाहनूर की पहचान जोशी को गोली मारने वाले व्यक्ति के रूप में की है। उसे और आकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं रवि अभी फरार है।
सीएम योगी ने दिए 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद
लखनऊ में एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जोशी के परिवार को 10 लाख रुपए की वित्तीय सहायता, उनकी पत्नी को नौकरी और उनके बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दिए जाने की घोषणा की है।
पुलिस ने विक्रम जोशी के भाई अनिकेत की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की है। अनिकेत ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपियों ने उसके पत्रकार भाई को जान से मारने की धमकी दी थी। एसएसपी ने कहा कि जोशी ने 16 जुलाई को पुलिस को दी गई शिकायत में कहा था कि रवि और उसके साथी उनकी भांजी को परेशान करते हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जोशी ने उसी दिन माता कॉलोनी इलाके में आरोपियों द्वारा अवैध सट्टेबाजी पर विरोध जताया था, जिसके बाद उनका रवि, आकाश और शाहनूर से झगड़ा हो गया।
जोशी की बहन पायल ने कहा, अगर पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई की होती तो मेरा भाई बच जाता। पायल ने दावा किया कि उन्होंने पुलिस चौकी प्रभारी और एक वरिष्ठ अधिकारी से भी शिकायत दर्ज की थी। एसएसपी ने कहा कि आरोपी सट्टेबाज हैं और इलाके में इस तरह की गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। उन्होंने कहा, इस घटना में रवि को चोटें भी आई थीं और उसी दिन से वह जोशी से बदला लेने का षड्यंत्र रच रहा था।