गुजरात में कार्यरत राजस्थान के बाल श्रमिकों की वापसी के लिए गहलोत सरकार ने लिया फैसला, कैलाश सत्यार्थी ने सरकार का जताया आभार
By प्रदीप द्विवेदी | Published: December 26, 2019 05:41 AM2019-12-26T05:41:21+5:302019-12-26T05:41:21+5:30
सीएम अशोक गहलोत ने दक्षिण राजस्थान के उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा आदि जिलों से बच्चों को गुजरात ले जाकर वहां उनसे अकुशल श्रमिक के रूप में काम में लेने पर लगाम लगाने के लिए त्वरित कार्यवाही करने एवं बाल श्रम की समस्या का स्थाई समाधान निकालने के निर्देश दिए हैं.
गुजरात में कार्यरत दक्षिण राजस्थान के बाल श्रमिकों की समस्या को लेकर सरकार गंभीर है और इसको लेकर कड़े कदम उठाने जा रही है, जिस पर कैलाश सत्यार्थी ने आभार व्यक्त किया है. सीएम अशोक गहलोत ने दक्षिण राजस्थान के उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा आदि जिलों से बच्चों को गुजरात ले जाकर वहां उनसे अकुशल श्रमिक के रूप में काम में लेने पर लगाम लगाने के लिए त्वरित कार्यवाही करने एवं बाल श्रम की समस्या का स्थाई समाधान निकालने के निर्देश दिए हैं.
सीएम गहलोत के ट्वीट पर बचपन बचाओ आंदोलन के कैलाश सत्यार्थी ने लिखा- धन्यवाद भाई अशोक गहलोत जी, हमारे गौरवशाली राजस्थान से की जा रही बाल तस्करी के कलंक को मिटाने के लिए आप की हर कार्रवाई में मैं और बचपन बचाओ आंदोलन आपका हर संभव सहयोग करेगा.
उल्लेखनीय है कि दक्षिण राजस्थान के हजारों आदिवासी बच्चे गुजरात के विभिन्न शहरों में बतौर बाल श्रमिक कार्यरत हैं और अभाव की जिन्दगी गुजार रहे हैं. इनका शैक्षिक आधार तो खत्म हो गया है, लिहाजा इनके भविष्य पर भी प्रश्नचिन्ह लगा है.