2020-21 की पहली तिमाही के GDP आंकड़े आज होंगे जारी, कोरोना संकट की वजह से बड़ी गिरावट का अनुमान

By विनीत कुमार | Updated: August 31, 2020 09:04 IST2020-08-31T09:04:20+5:302020-08-31T09:04:20+5:30

कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच देश की अर्थव्यवस्था किस दिशा में जा रही है, इसे लेकर आज तस्वीर कुछ हद तक साफ हो सकती है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से आज जीडीपी के आंकड़े जारी किए जाएंगे।

GDP figures for first quarter of 2020-21 to released today, projected to fall due to Corona crisis | 2020-21 की पहली तिमाही के GDP आंकड़े आज होंगे जारी, कोरोना संकट की वजह से बड़ी गिरावट का अनुमान

2020-21 की पहली तिमाही के GDP आंकड़े आज होंगे जारी (फाइल फोटो)

Highlightsकोरोना संकट के बीच मौजूदा वित्त वर्ष में पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़े होंगे जारीतमाम रेटिंग एजेंसियां, रिजर्व बैंक और कई दूसरे जानकारों ने बड़ी गिरावट की जताई है आशंका

कोरोना संकट के बीच आज मौजूदा वित्त वर्ष में पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए जीडीपी यानी सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़े जारी किए जाएंगे। इन आंकड़ों से ये तस्वीर साफ हो सकेगी कि कोरोना काल में देश की अर्थव्यवस्था कैसी रही। हालांकि, तमाम रेटिंग एजेंसियां, रिजर्व बैंक और कई दूसरे जानकार ये आशंका जता चुके हैं कि इसमें बड़ी गिरावट देखी जा सकती है। 

जीडीपी के आंकड़े राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की तरफ से जारी किए जाएंगे। कोरोना वायरस महामारी और उसको रोकने के लिये लगाए ‘लॉकडाउन’ के चलते औद्योगिक उत्पादन काफी गिरा है। देश में सकल घरेलू उत्पाद में बड़ी कमी आई है और रोजगार पर भी काफी असर पड़ा है।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही आरबीआई की ओर से कहा गया कि चालू वित्त वर्ष में जीडीपी में नेगेटिव ग्रोथ रह सकती है। मई के महीने में रिजर्व बैंक ने कहा था 2020-21 में देश की वृद्धि दर नकारात्मक दायरे में रहने की आशंका जाहिर की थी। उद्योग मंडल फिक्की ने भी कुछ ऐसी ही आशंकाएं जाहिर की थी।

जानकारों के अनुसार आधिकारिक आंकड़ों में विनिर्माण, निर्माण और व्यापार, होटल, परिवहन तथा संचार सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र होंगे। रेटिंग एजेंसी इक्रा के अनुसार 2020-21 की पहली तिमाही में जीडीपी और सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में सालाना आधार पर 25-25 प्रतिशत की गिरावट आने की आशंका है।

एजेंसी के अनुसार आर्थिक वृद्धि में गिरावट का प्रमुख कारण विनिर्माण, निर्माण और व्यापार, होटल, परिवहन, संचार और प्रसारण सेवा क्षेत्रों का खराब प्रदर्शन है। इन उप-क्षेत्रों का अर्थव्यवस्था में 45 प्रतिशत योगदान है। विदेशी ब्रोकरेज कंपनी बार्कलेज भी जून तिमाही में अर्थव्यवस्था में 25.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जता चुकी है।

बताते चलें कि पिछले सप्ताह 28 अगस्त को समाप्त सप्ताह में शेयर बाजारों का प्रदर्शन शानदार रहा। बीएसई सेंसेक्स कुल मिला कर 1,032 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 276 अंक मजबूत हुआ। दोनों सूचकांकों में 2-2 प्रतिशत की तेजी आई।

(भाषा इनपुट)

Web Title: GDP figures for first quarter of 2020-21 to released today, projected to fall due to Corona crisis

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