गार्गी कॉलेज छेड़छाड़ः डीयू में सैकड़ों विद्यार्थियों ने किया मार्च, ‘आजादी’ और ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाए
By भाषा | Published: February 14, 2020 04:45 PM2020-02-14T16:45:56+5:302020-02-14T16:45:56+5:30
दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में पिछले हफ्ते एक सांस्कृतिक समारोह के दौरान छात्राओं के यौन उत्पीड़न की कथित घटना की अदालत की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग करने वाली याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय सोमवार को सुनवाई करेगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय के नार्थ कैम्पस में शुक्रवार को सैकड़ों विद्यार्थियों ने सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों और गार्गी कॉलेज में पिछले हफ्ते छेड़छाड़ का सामना करने वाली छात्राओं से एकजुटता प्रदर्शित करते हुए एक मार्च निकाला।
मार्च के दौरान विद्यार्थी विश्वविद्यालय परिसर में कई स्थानों पर रुके, जहां उन्होंने ‘आजादी’ और ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाए। इस मार्च का आयोजन ‘वेलेंटाइन डे’ के अवसर पर किया गया ताकि यह संदेश दिया जा सके कि किस तरह से एकजुटता और प्रेम नफरत का जवाब हो सकता है।
गौरतलब है कि दक्षिण दिल्ली स्थित गार्गी कॉलेज में छह फरवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कुछ व्यक्तियों के एक समूह ने कॉलेज परिसर में घुस कर छात्राओं से छेड़छाड़ की थी। दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में पिछले हफ्ते एक सांस्कृतिक समारोह के दौरान छात्राओं के यौन उत्पीड़न की कथित घटना की अदालत की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग करने वाली याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय सोमवार को सुनवाई करेगा।
न्यायमूर्ति जी. एस. सिस्तानी और न्यायमूर्ति सी. हरिशंकर की पीठ के समक्ष शुक्रवार को याचिका का जिक्र किया गया और इस पर तत्काल सुनवाई की मांग की गई। पीठ ने इसे 17 फरवरी के लिए सूचीबद्ध कर लिया। अधिवक्ता एवं याचिकाकर्ता एम. एल. शर्मा ने कहा कि अब तक कुछ नहीं किया गया है।
पुलिस ने नौ फरवरी को प्राथमिकी दर्ज की थी और बस दो दिन पहले 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। पीठ ने पूछा कि जल्दी किस बात की है, तो अधिवक्ता ने कहा कि ऐसी आशंकाएं हैं कि सबूत नष्ट किए जा सकते हैं। याचिका स्वीकार करने से उच्चतम न्यायालय के इनकार के कुछ घंटे बाद, बृहस्पतिवार को उच्च न्यायालय में यह याचिका दायर की गई।
शीर्ष न्यायालय ने याचिकाकर्ता से उच्च न्यायालय जाने को कहा था। शर्मा ने याचिका में कॉलेज के सीसीटीवी कैमरों के सारे फुटेज और सभी वीडियो रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखने की मांग की है। याचिका में ‘सुनियोजित आपराधिक साजिश’ के पीछे के लोगों की गिरफ्तारी की भी मांग की गई। इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने 12 फरवरी को 18 वर्ष से 25 वर्ष के दस लोगों को गिरफ्तार किया था।