अयोध्या में जमीन सौदे में नाम आने को लेकर पूर्व DM अनुझ झा ने दी सफाई, कहा- महर्षि ट्रस्ट से नहीं खरीदी जमीन, भ्रामक खबरें फैलाई जा रहीं
By अनिल शर्मा | Published: December 24, 2021 01:09 PM2021-12-24T13:09:26+5:302021-12-24T14:27:03+5:30
उन्होंने आगे लिखा है कि 'मेरे पिताजी ने आवासीय प्रयोजन से अयोध्या में एक अन्य स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति से 320 मीटर भूमि खरीदी इन विक्रेता का महवि ट्रस्ट से कोई लेना देना नहीं है और न ही यह भूमि अनुसूचित जाति से सम्बंधित किसी व्यक्ति की है...
अयोध्याः यहां के पूर्व डीएम व वर्तमान में पंचायती राज्य निदेशक अनुझ कुमार झा ने जिले में जमीन सौदे में कथित तौर पर नाम आने को लेकर अपनी सफाई दी है। गौरतलब है कि अयोध्या में जमीन खरीद-फरोख्त मामले में कई अफसरों के रिश्तेदारों के नाम सामने आए हैं। इसमें अनुझ झा के नाम की भी चर्चा है।
इस बीच अयोध्या के पूर्व डीएम अनुज ने ट्विटर पर अपनी सफाई देते हुए बयान साझा किया है जिसमें उन्होंने मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने का आरोप लगया है। उन्होंने बयान में लिखा है कि 'मेरे अथवा मेरे पिताजी के द्वारा महवि ट्रस्ट से कोई भी भूमि नहीं खरीदी गई है। साथ ही, महवि ट्रस्ट से भूमि खरीदने वाले किसी भी व्यक्ति से मेरा दूर दूर तक कोई रिश्ता नहीं है।'
Some news channels/media have run false/misleading reports about me as a beneficiary in land sale by Maharshi Ramayan Vidyapeeth Trust in District Ayodhya. My statement in this regard.@aajtak@abplivenews@IndianExpresspic.twitter.com/FhpnxtBhdn
— Anuj Kr Jha (@anujias09) December 24, 2021
उन्होंने आगे लिखा है कि 'मेरे पिताजी ने आवासीय प्रयोजन से अयोध्या में एक अन्य स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति से 320 मीटर भूमि खरीदी इन विक्रेता का महवि ट्रस्ट से कोई लेना देना नहीं है और न ही यह भूमि अनुसूचित जाति से सम्बंधित किसी व्यक्ति की है। इस भूमि क्रय में सभी नियमों का विधिवत पालन किया गया है।'
अनुज झा ने कहा है, मेरे पिताजी ने जो जमीन खरीदी है वह किसी ट्रस्ट अथवा व्यक्ति को नहीं बेची गई है, न ही यह भूमि किसी सरकारी कार्य हेतु ली गई है। इस पूरे प्रकरण का श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट से कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने लिखा है कि महवि ट्रस्ट के नाम एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति की भूमि के वर्ष1996 में अवैध हस्तांतरण की शिकायत मुझे प्राप्त हुई थी, जिसकी समय से जाँच कर भूमि से महवि ट्रस्ट का नाम ख़ारिज कर भूमि राज्य सरकार में निहित करने हेतु कार्रवाई प्रारम्भ करने का निर्णय मेरे द्वारा लिया गया था। इस सम्बंध में जिला प्रशासन के द्वारा सभी आवश्यक कदम महवि ट्रस्ट को कोई फ़ायदा पहुँचाये बिना लिए गए।