चारा घोटाला: लालू प्रसाद यादव की सजा पर फैसला कल, 5 आरोपियों पर सुनवाई जारी
By स्वाति सिंह | Updated: January 4, 2018 15:28 IST2018-01-04T09:07:39+5:302018-01-04T15:28:50+5:30
लालू की सजा को लेकर फिर से सुनवाई एक दिन आगे बढ़ा दी गई है।

चारा घोटाला: लालू प्रसाद यादव की सजा पर फैसला कल, 5 आरोपियों पर सुनवाई जारी
बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाले मामले में सीबीआई विशेष अदालत आज बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की सजा पर फैसला बृहस्पतिवार को भी नहीं हो सका। अब मामले पर शुक्रवार को फिर से सुनवाई होगी। हालांकि मामले के पांच अन्य दोषियों की सजा पर सुनवाई चल रही है। ऐसे में लालू को वापस बिरसा मुंडा जेल ले जाया गया है। उनकी न्यायिक हिरासत एक दिन के लिए फिर से बढ़ा दी गई है।
गौरतलब है कि 23 दिसम्बर को स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने चारा घोटाला मामले में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव समेत 15 लोगों को दोषी करार दिया गया। इसके बाद तय हुआ था कि अदालत बुधवार (3 जनवरी) को ही सजा पर फैसला कर देगी। लेकिन बुधवार को वकील विंदेश्वरी प्रसाद की मौत के बाद सजा पर सुनवाई गुरुवार तक के लिए टाल दी गई थी। लेकिन गुरुवार को भी मामले पर सजा को लेकर अंतिम फैसला नहीं हो पाया।
लालू प्रसाद के वकीलों ने कहा कि वे इस मामले में न्यूनतम सजा की अपील करेंगे। वकील ने कहा "लालू 70 साल के हैं साथ कई बीमारियों से पीड़ित हैं। हम इनके लिए न्यूनतम सजा मांगेंगे"।
Ranchi Special CBI Court heard matter relating to five accused in #FodderScam case today.
— ANI (@ANI) January 4, 2018
Ranchi Special CBI Court to pronounce quantum of sentence for Lalu Prasad Yadav in #FodderScam case tomorrow. pic.twitter.com/t57qQawQSO
— ANI (@ANI) January 4, 2018
लालू पहले भी काट चुके हैं जेल
इससे पहले साल 2013 में भी अदालत ने लालू को चाईबासा कोषागार से 37.5 करोड़ रुपये की अवैध निकासी का दोषी पाया था। तब लालू प्रसाद यादव को पांच साल जेल की सजा हुई थी और 25 लाख रुपये जुर्माना लगा था।
चारा घोटाला के अलावा लालू पर और छह मामले हैं दर्ज
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लालू के नाम पर पांच मामले झारखंड में और एक मामला बिहार में दर्ज है। झारखंड के 5 मामलों में से लालू दो में दोषी करार दिए जा चुके हैं। बाकी 3 मामलों का ट्रायल अभी जारी है। इनमें दुमका ट्रेजरी से 3.97 करोड़ रुपये, चाईबासा ट्रेजरी से 36 करोड़ रुपये, डोरंडा ट्रेजरी से 184 करोड़ रुपये साथ ही बिहार की भागलपुर ट्रेजरी से 45 लाख रुपये की अवैध निकासी के मामले शामिल हैं।