नई दिल्ली, 15 मार्चः बिहार के चारा घोटाले के दुमका मामले में गुरुवार को फैसला टाल दिया गया है। अब संभावना जताई जा रही है कि शुक्रवार को फैसला आ सकता है। इधर, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव बुधवार को आए उपचुनावों के रिजल्ट से खुश हैं, तो वहीं दूसरी तरफ यह फैसला उनकी मुश्किलें बढ़ा सकता हैं। इस मामले में डॉक्टर जगन्नाथ मिश्रा भी आरोपी है। कोर्ट ने 5 मार्च को ही सुनवाई पूरी कर सजा सुनाने के लिए 15 मार्च की तारीख मुकर्रर की थी।
आपको बता दें, चारा घोटाले का यह मामला दिसंबर 1995 से जनवरी 1996 के बीच का है, जिसमें आरोप है कि दुमका कोषागार से 13.13 करोड़ रुपये फर्जी तरीके से निकालने गए हैं। सीबीआई की विशेष अदालत 31 लोगों के खिलाफ फैसला सुनाएगी। हालांकि, चार्जशीट 48 लोगों के खिलाफ दायर की गई थी, लेकिन 14 लोगों की मामले की सुनवाई के दौरान मौत हो गई।
लालू प्रसाद यादव अब तक चारा घोटाले से जुड़े तीन मामलों में दोषी पाए गए हैं। चाईबासा ट्रेजरी से जुड़े एक अन्य मामले में अदालत पहले ही लालू यादव को साल 2013 में पांच साल की सजा सुना चुकी है। चारा घोटाले से जुड़े देवघर ट्रेजरी मामले में दिसंबर 2017 में लालू यादव एवं अन्य दोषियों को साढ़े तीन साल कारावास की सजा हुई थी। लालू यादव चारा घोटाले से जुड़े पांच मामलों में अभियुक्त बनाए गये थे।
चाईबासा मामले में उन्हें 5 साल, देवघर कोषागार मामले में 3.5 साल और अब चाईबासा के एक अन्य मामले में 5 साल की सजा हुई है। यानी कि लालू प्रसाद यादव को कुल 13.5 साल जेल हो चुकी है। सजा पूरी होने के 6 साल बाद तक चुनाव लड़ने पर रोक रहेगी। लालू प्रसाद यादव अगले बीस साल प्रत्यक्ष रूप से चुनाव नहीं लड़ सकते। फिलहाल वह रांची जेल में बंद हैं।