मैसूरु सामूहिक बलात्कार मामले में तमिलनाडु के रहने वाले पांच श्रमिक गिरफ्तार
By भाषा | Published: August 28, 2021 05:47 PM2021-08-28T17:47:21+5:302021-08-28T17:47:21+5:30
कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक प्रवीण सूद ने शनिवार को कहा कि यहां पास में एक कॉलेज की छात्रा के साथ दुष्कर्म में कथित रूप से शामिल पांच श्रमिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है।उन्होंने कहा कि पांचों श्रमिक हैं, जो अक्सर मैसूरु आते रहते हैं और बढ़ई व ड्राइविंग जैसे काम करते हैं। वे तमिलनाडु के तिरुपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा, ''प्रारंभिक पूछताछ के अनुसार उनमें से एक किशोर है, जिसकी आयु 17 वर्ष है। हालांकि, उसकी आयु की अभी पुष्टि नहीं हुई है।'' छठा आरोपी फरार है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि आरोपियों ने 24 अगस्त को मैसूरु के बाहरी इलाके में चामुडी तलहटी के पास शुरू में कॉलेज की छात्रा और उसके पुरुष मित्र को लूटने की कोशिश की और जब वे सफल नहीं हुए, तो उन्होंने कथित तौर पर छात्रा के साथ बलात्कार किया। सूद ने कहा कि शुरू में यह लूटपाट का मामला था। आरोपियों ने तीन लाख रुपये की मांग की थी। हालांकि, सूद ने विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा अब तक इस मामले में ब्लैकमेल किये जाने की कोई बात सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा कि आरोपी अपने दोस्तों के साथ किसी काम से पड़ोसी राज्य से थोक सब्जी मंडी बंदीपल्या एपीएमसी में आया करते थे। सूद ने कहा, ''(तमिलनाडु) वापस जाने से पहले उन्हें शराब पीने और पार्टी करने की आदत थी। वे उस दिन (24 अगस्त) वहां थे। उसके बाद क्या हुआ आप सभी जानते हैं।'' पुलिस सूत्रों ने कहा कि पीड़िता इतने सदमे में है कि वह घटना को लेकर पुलिस को बयान देने की स्थिति में नहीं है। सूद ने कहा, ''वह जिस आघात से गुजर रही है, उसके प्रति हमें संवेदनशील होना चाहिये।'' उन्होंने कहा, पुलिस उसके पुरुष मित्र से जानकारी एकत्र कर सकती है, लेकिन चूंकि वह शाम सात से आठ बजे (अंधेरे में) के बीच हुई घटना के समय बेहोश था, इसलिये सीमित जानकारी ही मिल पाएगी। सूद ने कहा कि ऐसी जानकारी है कि कुछ आरोपियों की "आपराधिक पृष्ठभूमि" है और वे तमिलनाडु में कई मामलों में संलिप्त थे। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हुई है।उन्होंने कहा, "हम जल्द से जल्द आरोप पत्र दाखिल करेंगे।"सूद ने कहा कि फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की टीमें "पूर्णकालिक" तौर पर जांच कर रही हैं। उन्होंने उच्च न्यायालय से मामले की सुनवाई में तेजी लाने की अपील की। सूद ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो एक विशेष अभियोजक नियुक्त किया जाएगा और अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के प्रयास किए जाएंगे।
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