लखीमपुर (असम), 23 नवंबर असम के लखीमपुर जिले में मंगलवार को पेड़ों की अवैध कटाई करने वालों और राज्य के वन अधिकारियों के बीच गोलीबारी हुयी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।लखीमपुर जिला अरुणाचल प्रदेश की सीमा लगा है।
अधिकारियों ने कहा कि रंगा संरक्षित वन में अंतरराज्यीय सीमा के पास बेलबस्ती में हुई इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। पेड़ों की अवैध कटाई करने वाले लोग संभवत: अरुणाचल प्रदेश के थे।
लखीमपुर संभाग के वन अधिकारी (डीएफओ) अशोक कुमार देव चौधरी ने कहा कि रामपुर रेंज के स्थानीय अधिकारी बनमाली नाराह सुबह ‘जॉगिंग’ कर रहे थे, उसी दौरान उन्होंने पेड़ों के गिरने की आवाज सुनी।
चौधरी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘"नाराह ने तुरंत मुझे जानकारी दी और मैंने उन्हें एक टीम के साथ घटनास्थल पर जाने और जांच करने को कहा। जैसे ही वे उस स्थान के पास पहुंचे, अपराधियों ने एक गोली हवा में और फिर टीम पर दो गोलियां चलायीं।’’ उन्होंने कहा कि वन कर्मियों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए तीन गोलियां चलायी।
चौधरी ने कहा, "वन टीम ऐसे हमलों से निपटने के लिए तैयार नहीं थी, इसलिए मैंने अपने अधिकारियों को उनकी सुरक्षा के लिए लौटने को कहा। बाद में, मैंने आवश्यक कार्रवाई के लिए पुलिस और जिला अधिकारियों को सूचित किया।’’
बाद में, अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे जिला प्रशासन से संपर्क किया गया और घटनास्थल का दौरा करने का आग्रह किया गया। चौधरी ने कहा कि दोनों राज्यों के अधिकारियों के घटनास्थल पर पहुंचने पर पता चला कि 26 पेड़ काट दिए गए थे। असम की टीम में लखीमपुर जिला प्रशासन, राज्य पुलिस और वन विभाग के अधिकारी शामिल थे।
असम के वन विभाग ने काटे गए पेड़ों और वहां छोड़े गए औजारों को जब्त कर लिया। उन्हें फिलहाल अरुणाचल प्रदेश के किमिन सेक्टर के रेंज अधिकारी के पास सुरक्षित रखा गया है और बाद में उन्हें वापस असम लाया जाएगा।
बेलबस्ती अरुणाचल प्रदेश के लोगों का एक छोटा सा गांव है, लेकिन यह कथित तौर पर संरक्षित वन क्षेत्र में असम की तरफ स्थापित किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि दोनों राज्यों के जिला अधिकारी विवादित स्थान को लेकर आगे चर्चा करेंगे।
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