जम्मू में वायुसेना स्टेशन में विस्फोट के सिलसिले में यूएपीए के तहत प्राथमिकी दर्ज

By भाषा | Updated: June 27, 2021 19:58 IST2021-06-27T19:58:48+5:302021-06-27T19:58:48+5:30

FIR registered under UAPA in connection with blast at Air Force station in Jammu | जम्मू में वायुसेना स्टेशन में विस्फोट के सिलसिले में यूएपीए के तहत प्राथमिकी दर्ज

जम्मू में वायुसेना स्टेशन में विस्फोट के सिलसिले में यूएपीए के तहत प्राथमिकी दर्ज

जम्मू, 27 जून जम्मू हवाई अड्डा परिसर में स्थित वायुसेना स्टेशन पर विस्फोटकों से लदे दो ड्रोनों के गिरने के बाद हुए धमाके के मामले में रविवार को गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है ।

अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए संकेत दिया कि यह मामला आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच करने वाली एजेंसी एनआईए द्वारा अपने हाथों में लिये जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि बीती रात जम्मू हवाई अड्डा परिसर में स्थित वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन गिरे हैं। उनका कहना था कि ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि पाकिस्तान के संदिग्ध आतंकवादियों ने हमले में मानवरहित यान का इस्तेमाल किया है।

अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना के कनिष्ठ वारंट अधिकारी के आवेदन पर सतवारी थाने में विस्फोटक सामग्री अधिनियम, गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) और भादंसं की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

उन्होंने कहा, ‘‘ एनआईए द्वारा इस मामले को अपने हाथ में लिये जाने की संभावना है। जांच से जुड़ने के बाद वह (एनआईए) विस्फोट स्थल पर जांच की पहले से निगरानी कर रही है।’’

अधिकारियों ने बताया कि यूएपीए की धाराओं 13/16/18/23 (अवैध गतिविधि/ आतंकवादी हरकत/ साजिश/ दंड में वृद्धि) तथा भादसं की धारा 120 (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। उन्होंने बताया कि विस्फोटक सामग्री कानून की धाराएं तीन और चार (जानमाल को खतरे में डालने की संभावना के साथ विस्फोट/ विस्फोट की कोशिश, या जानमाल को खतरे में डालने के इरादे से विस्फोटक बनाना या रखना) भी लगायी गयी हैं।

अधिकारियों के अनुसार रात एक बजकर 40 मिनट पर छह मिनट के अंतराल पर हुए दो धमाकों में वायुसेना के दो कर्मी घायल हो गये। शहर के सतवारी क्षेत्र में पहले विस्फोट से हवाई अड्डे के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत ढह गई। इस स्थान की देखरेख की जिम्मेदारी वायुसेना की है और दूसरा विस्फोट छह मिनट बाद जमीन पर हुआ। जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने इस घटना को ‘आतंकवादी हमला’ करार दिया है।

अधिकारियों के अनुसार वायुसेना और विशेष बल के जांच दल विस्फोट की प्रकृति की जांच करने एवं सबूत इकट्ठा करने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञ के साथ घटनास्थल पर गये।

इस बीच वायुसेना स्टेशन के बाहर कई मीडियाकर्मी जमे रहे। लेकिन सेना, पुलिस, सीआरपीएफ और अन्य एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों को छोड़कर द्वार पर कोई भी आम आवाजाही नोटिस नहीं की गयी।

स्टेशन के अंदर नियमित कार्य करने वाले मजदूर समय से पहुंचे और उनके पहचानपत्रों की जांच एवं तलाशी के बाद उन्हें अंदर जाने दिया गया।

अधिकारियों के अनुसार सेना की त्वरित कार्रवाई टीमें वायुसेना स्टेशन के बाहर चौकसी के लिए चक्कर लगाती नजर आयी जबकि सुरक्षाबलों ने आसपास के रिहायशी क्षेत्रों को अपने नियंत्रण में ले लिया।

राजमार्गों समेत जम्मू क्षेत्र की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। राजमार्गों पर विशेष चौकियां लगाकर शहर के प्रवेश और निकास मार्गों पर वाहनों की तलाशी की जा रही है।

सिंह ने यह भी कहा कि अधिकारी ड्रोन हमले की जांच तो कर ही रहे हैं, इसी बीच एक बड़ा हमला तब टल गया जब लश्कर-ए- तैयबा से संभवत: संबद्ध एक व्यक्ति को करीब छह किलोग्राम वजन वाले विस्फोटक उपकरण के साथ गिरफ्तार किया गया।

सिंह ने कहा कि इस व्यक्ति को भीड़भाड़ वाले स्थान पर देशी बम धमाका करने का जिम्मा दिया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘ संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। विफल किए गये इस प्रयास के सिलसिले में और संदिग्धों को हिरासत में लिये जाने की संभावना है।

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Web Title: FIR registered under UAPA in connection with blast at Air Force station in Jammu

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