मुंबई पुलिस ने जेएनयू हिंसा के खिलाफ सोमवार को गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन के दौरान “कश्मीर की आजादी” वाले विवादित पोस्टर के साथ विरोध जाहिर कर रही महिला के खिलाफ मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की। प्रदर्शन के दौरान बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा “कश्मीर की आजादी” वाला बड़ा सा पोस्टर लिए महिला की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए थे।
इन तस्वीरों और वीडियो को देख भाजपा नेता और सोशल मीडिया के कई उपयोगकर्ता भड़क गए जिन्होंने पूछा कि शहर में ऐसे “अलगाववादी तत्वों” को कैसे बर्दाश्त किया जा सकता है। मुंबई पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि महक मिर्जा प्रभु के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार शाम हुई हिंसा, तोड़फोड़ बाद कई जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। रविवार (5 जनवरी 2020) शाम को जेएनयू परिसर में नकाब लगाए लोगों ने हमला किया।
हमले में जेएनयू के कई छात्र और शिक्षक घायल हुए। जेएनयू छात्र संघ ने एबीवीपी पर हमले का आरोप लगाया। हालांकि एबीवीपी ने आरोप से इनकार किया है।