जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने भारतीय सेना के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है। सुप्रीम कोर्ट के वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने शेहला के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया है। शिकायतकर्ता ने सेना के खिलाफ कथित फर्जी खबरों को फैलाने के मामले में शेहला रशीद की गिरफ्तारी की मांग की है।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर पीपल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) पार्टी के नेता शेहला राशिद जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा संसोधित किए जाने के फैसले का विरोध कर रही हैं। साथ ही उन्होंने कई ट्वीट करके भारतीय सेना पर आरोप लगाए हैं कि जवानों द्वारा कश्मीरी आवाम को प्रताड़ित किया जा रहा है।
सेना के खिलाफ दिए बयानों के चलते सोशल मीडिया पर हैशटैग #ArrestShehlaRashid के जरिये उनकी गिरफ्तारी की मांग भी की गई।
वहीं, भारतीय सेना शेहला के आरोपों को आधारहीन बता चुकी है। सेना के मुताबिक, गलत सोच रखने वाले लोग जनता को भड़काने के लिए फर्जी खबरें फैला रहे हैं।
''शोपियां में चार आदमियों को सैन्य शिविर में बुलाकर यातना दी गई। उनके पास एक माइक रखा गया ताकि पूरा इलाका उनकी चीख सुन सके और आतंकित हो सके। इस घटना ने पूरे इलाके में भय का महौल पैदा कर दिया है।''
दिल्ली पुलिस ने कहा था कि जांच के बाद शेहला के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पिछले कुछ दिनों से सुप्रीम कोर्ट के वकील की शिकायत पर दिल्ली का एक विशेष प्रकोष्ठ इस मामले की जांच कर रहा था।