एफडीए के फैसले से हमारे टीकाकरण कार्यक्रम पर प्रभाव नहीं पड़ेगा: सरकार
By भाषा | Published: June 11, 2021 09:01 PM2021-06-11T21:01:19+5:302021-06-11T21:01:19+5:30
नयी दिल्ली, 11 जून अमेरिकी खाद्य एवं दवा नियामक (एफडीए) के भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की अनुमति को खारिज करने के बीच सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह निर्णय का सम्मान करती है लेकिन इसका भारत के टीकाकरण कार्यक्रम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
अमेरिकी खाद्य एवं दवा नियामक ने इसके अमेरिकी साझेदार ओक्यूजेन इंक को सलाह दी है कि वह भारतीय टीके के इस्तेमाल की मंजूरी हासिल करने के लिए अतिरिक्त आंकड़ों के साथ जैविक लाइसेंस आवेदन (बीएलए) मार्ग से अनुरोध करे।
कोवैक्सीन के आपात उपयोग की अनुमति को खारिज किये जाने संबंधी एक सवाल के जवाब में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा कि प्रत्येक देश की अपनी नियामक प्रणाली होती है, जिसका भारत सम्मान करता है और उम्मीद करता है कि निर्माता जो कुछ भी करने की आवश्यकता है, उसे करके इसका पालन करने में सक्षम होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक देश की अपनी नियामक प्रणाली होती है। कुछ मानदंड सामान्य हो सकते हैं, जबकि कुछ भिन्न हो सकते हैं, जिनका हम सम्मान करते हैं। हमारे देश की नियामक प्रणाली भी इसी तरह से निर्णय लेती है। वैज्ञानिक ढांचा समान है ... ये विशेष रूप से उन देशों में वैज्ञानिक विचार हैं जहां विज्ञान मजबूत है और हमारे लिए विनिर्माण मजबूत है।’’
पॉल ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि हमारे निर्माता जो कुछ भी करने की आवश्यकता है, उसे करके इसका पालन करने में सक्षम होंगे। इसका हमारे कार्यक्रम पर स्पष्ट रूप से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हम संतुष्ट हैं कि हमारे नियामक ने इसे मंजूरी दे दी है। हमारे पास सुरक्षा पर बहुत आंकड़ा है और इसलिए चरण -तीन परीक्षण पर बहुत अधिक आंकड़ा था, जो उनके द्वारा जांचा गया है।
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