वित्तीय अपराध से निपटने के भारत के तंत्र का इस साल आकलन कर सकता है एफएटीएफ
By भाषा | Published: April 11, 2021 08:49 PM2021-04-11T20:49:50+5:302021-04-11T20:49:50+5:30
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल धन शोधन व आतंकवाद के वित्त पोषण के खिलाफ वैश्विक निकाय एफएटीएफ का इस साल भारत में ऐसे आर्थिक अपराधों से निपटने के लिये स्थापित तंत्रों का आकलन करने की उम्मीद है।
देश केंद्रित धन शोधन निरोधक व आतंक के वित्त पोषण तंत्र का परस्पर आकलन वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की नियमित प्रक्रिया है और क्रमवार रूप से वैश्विक निकाय द्वारा हर सदस्य देश का यह आकलन किया जाता है।
इस बारे में जानकारी रखने वाले एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि आर्थिक अपराधों के खिलाफ भारत के स्थापित तंत्र का एफएटीएफ द्वारा इस साल के उत्तरार्द्ध में आकलन किये जाने की उम्मीद है।
केंद्र ने देश की धनशोधन निरोधी व्यवस्था और आर्थिक अपराध रोकने के लिये कानूनी उपायों के प्रस्तावित आकलन के लिये जमीनी तैयारी पूरी करने के लिये जम्मू कश्मीर व पंजाब से पुलिस महानिरीक्षक स्तर के एक-एक अधिकारी को नामित करने को कहा है जबकि गुजरात से उप महानिरीक्षक स्तर के एक अधिकारी को इस काम के लिये नामित करने को कहा गया है।
इस काम के लिये चुने गए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों की इस विषय में विशेषज्ञता होनी चाहिए।
वित्त मंत्रालय के तहत आने वाला राजस्व विभाग और गृह मंत्रालय के तहत आने वाला खुफिया ब्यूरो इस पूरी प्रक्रिया का समन्वय करेंगे, जिसमें कुछ महीने लग जाने की उम्मीद है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के अधिकारी भी भारतीय दल का हिस्सा होंगे।
भारतीय व्यवस्था को लेकर यह परस्पर आकलन पिछले साल होना था लेकिन कोविड-19 की स्थिति के मद्देनजर इसमें देरी हुई।
एफएटीएफ के एशिया प्रशांत समूह द्वारा यह आकलन किया जाएगा।
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