जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के भाई शेख मुस्तफा कमाल और बहन खालिदा को रिहा कर दिया गया है। आर्टिकल 370 हटने के बाद दोनों को नजरबंद करके रखा गया था। हालांकि, अभी फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला नजरबंद ही हैं। फारूक अब्दुल्ला के भाई मुस्तफा कमाल और बहन खालिदा को रिहा जम्मू-कश्मीर में ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल अध्यक्ष पद के चुनाव के दिन किया गया है।
लोक सभा सदस्य और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला का अपना जन्मदिन भी सोमवार को नजरबंदी में मनाना पड़ा था। वह सोमवार (21 अक्टूबर) को 82 साल के हो गए। उन्हें लोक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत अपने घर में नजरबंद रखा गया है। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को पांच अगस्त को खत्म करने के बाद से कई नेताओं को नजरबंद रखा गया है।