जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र से पूछा- इस कार्यक्रम में जम्मू की उपेक्षा क्यों की गई?
By मनाली रस्तोगी | Published: May 1, 2023 02:07 PM2023-05-01T14:07:10+5:302023-05-01T14:08:37+5:30
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि त्रासदी यह है कि उन्होंने (केंद्र) जम्मू से परहेज किया है।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि त्रासदी यह है कि उन्होंने (केंद्र) जम्मू से परहेज किया है। उन्होंने कहा, "जी20 शिखर सम्मेलन एक नियमित बात है, 20 देश एक दूसरे के कल्याण के लिए एक साथ आए हैं। इस बार यह भारत में हो रहा है, अगली बार किसी और देश में होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "त्रासदी यह है कि उन्होंने जी20 योजनाओं में जम्मू को टाला है। वे इसे लेह में पकड़ रहे हैं, कश्मीर में लेकिन जम्मू में नहीं। मैं हैरान हूं कि जम्मू का एक भी भाजपा नेता नहीं बोल रहा है कि जी20 जम्मू में क्यों नहीं हुआ? जनसांख्यिकीय परिवर्तन लाया जा रहा है, जम्मू अपनी पहचान खोता जा रहा है, डोगरा की पहचान खो जाएगी। महाराजा ने इसी के खिलाफ लड़ाई लड़ी, वे चाहते थे कि उनकी संस्कृति और पहचान जीवित रहे।"
J&K | The tragedy is they(Centre) have avoided Jammu. Why is it only held in Ladakh? Why is it held in Kashmir? Why not Jammu? I’m surprised not a single BJP leader of Jammu…is speaking about why the G20 did not occur in Jammu?: National Conference Chief Farooq Abdullah on G20… pic.twitter.com/pATtW5FYdz
— ANI (@ANI) May 1, 2023
उन्होंने कहा, "यह केवल लद्दाख में ही क्यों आयोजित किया जाता है? यह कश्मीर में क्यों आयोजित किया जाता है? जम्मू क्यों नहीं?"
Let us see the result of it. What the public's attitude will be? What do they want? Who do they want to change or who they like to stay with? It is up to the people of Karnataka to decide: National Conference chief Farooq Abdullah on Karnataka Election pic.twitter.com/OxO53bXRVc
— ANI (@ANI) May 1, 2023
वहीं, कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "देखते हैं इसका नतीजा। जनता का रुख क्या होगा? वे क्या चाहते हैं? वे किसे बदलना चाहते हैं या किसके साथ रहना पसंद करते हैं? फैसला कर्नाटक की जनता को करना है।" कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा है। कर्नाटक में 10 मई को एक ही चरण में विधानसभा चुनाव होंगे, जबकि नतीजे 13 मई को घोषित किए जाएंगे।