Farmers Protest: दिल्ली में फिर आ रहे किसान..., शंभू बॉर्डर पर लगा पुलिस का पहरा; लगाए बैरीकेट्स

By अंजली चौहान | Updated: December 6, 2024 07:46 IST2024-12-06T07:42:29+5:302024-12-06T07:46:40+5:30

Farmers Protest: किसानों के मार्च से पहले अंबाला-दिल्ली सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई

Farmers Protest Security heightened at Ambala-Delhi border ahead of farmers march | Farmers Protest: दिल्ली में फिर आ रहे किसान..., शंभू बॉर्डर पर लगा पुलिस का पहरा; लगाए बैरीकेट्स

Farmers Protest: दिल्ली में फिर आ रहे किसान..., शंभू बॉर्डर पर लगा पुलिस का पहरा; लगाए बैरीकेट्स

Farmers Protest: दिल्ली में आने के लिए किसानों ने एक बार फिर अपनी कमर कस ली है। अपनी मांगों के लिए आंदोलन कर रहे किसानों के एक समूह ने शुक्रवार, 6 दिसंबर को दिल्ली में पैदल मार्च का आह्वान किया है। शंभू बॉर्डर से दिल्ली तक पैदल मार्च की खबर आने के साथ ही पुलिस अलर्ट पर हो गई है और हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसान मजदूर संघर्ष समिति, पंजाब के सरवन सिंह पंधेर ने शंभू में संवाददाताओं से कहा, "जत्था दिल्ली की ओर मार्च करेगा। सरकार क्या करेगी, यह उन्हें सोचना है। हम दोपहर 1 बजे शंभू सीमा से दिल्ली की ओर अपना मार्च शुरू करेंगे।

गौरतलब है कि दोनों राज्यों के बीच सीमा के दोनों ओर निषेधाज्ञा लागू है। किसान फरवरी से ही पंजाब की ओर शंभू और खनौरी में डेरा डाले हुए हैं, जब पुलिस ने उन्हें दिल्ली जाने के लिए हरियाणा में प्रवेश करने से रोक दिया था। शुक्रवार को पंधेर और भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) के अध्यक्ष सुरजीत सिंह फुल सहित 101 किसानों के एक समूह के पैदल मार्च की शुरुआत करने की उम्मीद है।

उनकी मुख्य मांग एक ऐसा कानून है जो कृषि उत्पादों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देता है जो कुल उत्पादन लागत का डेढ़ गुना हो। हरियाणा सरकार ने उनसे मार्च करने से पहले दिल्ली में विरोध प्रदर्शन की अनुमति लेने को कहा है।

विरोध मार्च के आह्वान को देखते हुए अंबाला जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत एक आदेश जारी किया है, जिसके तहत जिले में पांच या उससे अधिक लोगों के गैरकानूनी रूप से एकत्र होने पर रोक लगाई गई है।

पुलिस ने अंबाला-दिल्ली सीमा पर कई स्तरों पर बैरिकेडिंग की है और हरियाणा की सीमा पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।

बुधवार को अंबाला जिला प्रशासन ने किसानों से अपने मार्च पर पुनर्विचार करने और दिल्ली पुलिस से अनुमति लेने के बाद ही कोई कार्रवाई करने को कहा। 

किसान नेता ने कहा, "मार्च अपने 297वें दिन में प्रवेश कर चुका है और खनौरी बॉर्डर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल अपने 11वें दिन में प्रवेश कर चुकी है। दोपहर 1 बजे 101 किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर कूच करेगा।"

उन्होंने कहा, "सरकार क्या करेगी, यह उन्हें तय करना है। हम दोपहर 1 बजे शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर अपना मार्च शुरू करेंगे।" उन्होंने कहा, "केंद्र और राज्यों में उनके नेता नियमित रूप से कह रहे हैं कि अगर किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं लाते हैं, तो कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। इसलिए अगर हम पैदल दिल्ली जाते हैं, तो किसानों को रोकने का कोई कारण नहीं होना चाहिए।"

बता दें कि किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं, जब सुरक्षा बलों ने दिल्ली की ओर उनके मार्च को रोक दिया था। किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य, कृषि ऋण माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी न करने, पुलिस मामलों (किसानों के खिलाफ) को वापस लेने और 2021 के लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए "न्याय" की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं।

वे भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 को बहाल करने और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने की भी मांग कर रहे हैं।

Web Title: Farmers Protest Security heightened at Ambala-Delhi border ahead of farmers march

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