भारत के भगोड़े विजय माल्या की ब्रिटिश अदालत ने बढ़ाई जमानत
By कोमल बड़ोदेकर | Published: January 12, 2018 09:44 AM2018-01-12T09:44:36+5:302018-01-12T09:49:40+5:30
मार्च 2016 में देश छोड़ ब्रिटेन जा चुके वियज माल्या पर भारत के अलग-अलग बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है।
भारतीय बैंकों के करीब 9,000 करोड़ रुपए गबन कर देश से फरार हुए उद्योगपति विजय माल्या को कोर्ट ने एक बार फिर राहत दी है। लंदन की एक कोर्ट में सुनवाई के दौरान माल्या के वकील ने अपना पक्ष रखने के लिए जज से समय मांगा। इसके बाद प्रत्यर्पण के संबंध में मामला टालते हुए माल्या की जमानत 2 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी गई है।
इस मामले में गुरुवार को चल रही सुनवाई के दौरान माल्या के वकील ने भारत सरकार के सबूतों के खिलाफ अपनी दलीलें पेश की थी। कयास लगाए जा रहे थे कि यह सुनवाई इस मामले की अंतिम सुनवाई हो सकती है, लेकिन माल्या के वकील अपनी दलीलें पूरी नहीं कर सकें और उन्होंने कोर्ट से इसके लिए समय मांगा। इससे माल्या के प्रत्यर्पण और भारत की उम्मीदों को एक बड़ा झटका लगा है।
गौरतलब है कि बता दें कि इससे पहले बीते साल दिसंबर में विजय माल्या के ब्रिटेन से प्रत्यर्पण को लेकर हो रही देरी पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त नाराजगी जताते हुए केंद्र सरकार की 'मंशा' पर सवाल उठाए थे।
मार्च 2016 में देश छोड़ ब्रिटेन जा चुके वियज माल्या पर भारत के अलग-अलग बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है। इस संबंध में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट विजय माल्या को फरार अपराधी घोषित कर चुकी है।