ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की आशंका, स्ट्रांग रूम के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ता पहरा देंगे और सोएंगे
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: November 23, 2018 05:09 IST2018-11-23T05:09:50+5:302018-11-23T05:09:50+5:30
छत्तीसगढ़ चुनावः राज्य में दोनों चरणों के मतदान हो चुके हैं। अब यहां वोटों की गिनती आगामी 11 दिसंबर को की जानी है। ऐसे में एक लंबा अंतराल है।

ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की आशंका, स्ट्रांग रूम के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ता पहरा देंगे और सोएंगे
छत्तीसगढ़ के चुनावों में ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका है. हैदराबाद से 20-25 आईटी विशेषज्ञ रवाना हुए हैं. नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने आज आशंका व्यक्त की कि मतदान होने के बाद भी ईवीएम हेराफेरी हो सकती है.
इसलिए प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को हमने सतर्क कर दिया है. जहां ईवीएम रखी गई हैं उस स्ट्रांग रूम के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रहने और सोने की व्यवस्था करने की तैयारी कर ली गई है.
चुनाव आयोग ने भी इस आशंका के चलते कांग्रेस और अन्य दलों के कार्यकर्ताओं को वहां रुकने की अनुमति दे दी है.
स्ट्रांग रूम के चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल भी तैनात किए गए हैं. इस सुरक्षा के बावजूद गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता, सिंहदेव ने कहा. बेमेतरा के पास एक स्ट्रांग रूम के बाहर एक दीवार भी खड़ी कर दी गई है.
टीएस सिंहदेव ने बताया कि चुनाव आयोग ने ही स्ट्रांग रूम के दरवाजे के सामने प्रत्याशियों के कार्यकर्ताओं के रहने की व्यवस्था की है. इससे साफ है कि आयोग को भी गड़बड़ी की आशंका है. सिंहदेव ने सीसीटीवी के प्रतिदिन के रिकार्डिग की कॉपी भी सभी प्रत्याशियों को उपलब्ध कराने की मांग की है.
20 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान संपन्न हो गया है. 11 दिसंबर को मतगणना पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में होगी. 20 दिन के इस इंतजार के चलते प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गई हैं. रायपुर जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना सेजबहार इंजीनियरिंग कॉलेज में होगी. यहां स्ट्रांग रूम को सील कर दिया गया है.
बेमेतरा में कलेक्टर ने ईवीएम को दीवार में चुनवाया!
छत्तीसगढ़ में बीते 20 नवंबर को बेमेतरा जिले के नवागढ़ में मंत्री दयालदास बघेल द्वारा मतदान केंद्र में पूजा करना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना रहा. हालांकि इसके बाद उन्हें निर्वाचन आयोग से नोटिस भी मिला है. इसी क्रम में गुरु वार को एक और खबर पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है.
दरअसल, कलेक्टर महादेव कावरे द्वारा ईवीएम को दीवारों में कैद कर दिया गया है. बता दें कि सुरक्षा के लिहाज से मतदान के बाद मतपेटियों को कमरे में बंद कर लोहे के शटर के बाद दो दरवाजे और फिर उसे ईंटों से चुनवा दिया गया है ताकि कोई परिंदा भी पर न मार सके.