मध्यप्रदेश चुनाव के नतीजे आने से पहले ही ठंडी पड़ी बीजेपी, वरिष्ठ नेता ने कहा- '200 के पार' नारा था, टारगेट नहीं
By राजेंद्र पाराशर | Published: December 6, 2018 07:15 PM2018-12-06T19:15:55+5:302018-12-06T19:15:55+5:30
भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी हर आयोजन में इस नारे को खूब लगाया, मगर जैसे-जैसे प्रदेश में चुनावी गर्माहट बढ़ती गई, वैसे-वैसे यह नारा पीछे छूटता गया। जब चुनाव पूरे शवाब पर पहुंचा तो इस नारे से कार्यकर्ता तो क्या पदाधिकारी और नेता भी दूर होते गए।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद भाजपा और कांगे्रस दोनों ही दलों ने जीत के अपने-अपने दावे करना शुरु कर दिए हैं,मगर इन दावों के बीच भाजपा का अबकी बार दो सौ पार का नारा को लेकर कोई भी नेता और पदाधिकारी कुछ नहीं कह रहा है।
खुद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने इस बात को लेकर कहा कि यह नारा नहीं, हमारा लक्ष्य था। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी के शुरुआती दौर में जब अमित शाह भोपाल आए थे और पदाधिकारियों से बैठक कर राज्य में चुनावी तैयारियों का जायजा लिया था, तब उन्होंने पदाधिकारियों को यह नारा दिया था कि भाजपा बार दो सौ पार के नारे के साथ चुनाव मैदान में होगी।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी हर आयोजन में इस नारे को खूब लगाया, मगर जैसे-जैसे प्रदेश में चुनावी गर्माहट बढ़ती गई, वैसे-वैसे यह नारा पीछे छूटता गया। जब चुनाव पूरे शवाब पर पहुंचा तो इस नारे से कार्यकर्ता तो क्या पदाधिकारी और नेता भी दूर होते गए।
मतदान के बाद तो भाजपा नेताओं ने इस नारे से पूरी तरह ही दूरी बना ली। मतदान के पांच दिनों तक तो भाजपा की ओर से प्रदेश में इस बात का दावा किया जाता रहा कि वह जीत रही है। कितनी सीटें उसके पक्ष में आएगी, ऐसा दावा किसी नेता ने नहीं किया। पांच दिन बाद अचानक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मंत्रियों ने मोर्चा संभाला और सीटों की संख्या के साथ जीत का दावा करते नजर आए।
मुख्यमंत्री ने बहुमत में सरकार बनाने की बात कही तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने प्रदेश में भाजपा को डेढ़ सौ से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया। मगर जब उनसे पूछा गया कि पार्टी और नेता पहले तो अबकी बार दो सौ पार के नारे के सहारे दो सौ से ज्यादा सीटें जीतने का दावा करते रहे, इस पर सिंह ने कहा कि यह पार्टी का लक्ष्य था, नारा नहीं।
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संकटमोचक रहे भाजपा के मंत्री डा नरोत्तम मिश्रा और भूपेन्द्र सिंह ही एक बार फिर बुधवार को मीडिया के सामने आए और जीत का दावा किया। दोनों मंत्रियों का दावा है कि भाजपा बहुमत से आएगी और सरकार भी बनाएगी। दोनों मंत्रियों ने भाजपा के पक्ष में 120 से ज्यादा सीटें आने का दावा किया है। इसके अलावा प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी भी अब भाजपा की सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं, मगर इनका दावा 120 से 125 तक ही सीमित है।
कांग्रेस में भी जीत के अलग-अलग दावे
कांग्रेस में भी जीत को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। मतदान के दूसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पहले तो ट्वीट कर जीत के लिए भगवान का सहारा लिया। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा था कि अगर भगवान ने चाहा तो कांग्रेस की सरकार बनेगी।
इसके बाद वे भोपाल आए और मीडिया में उन्होंने 128 से 132 सीटों के साथ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस राज्य में 140 से ज्यादा सीटों के साथ सरकार बनाएगी।
इन नेताओं के अलावा अन्य नेता भी जीत के दावे तो कह रहे हैं, मगर उनके आंकड़े अलग-अलग है। कोई 120 सीट का दावा कर रहा है तो कोई 128 और कोई डेढ़ सौ ज्यादा सीटों के साथ कांग्रेस की सरकार बनने का दावा भी कर रहा है।