लखनऊ, 08 सितंबरःउत्तर प्रदेश के इटावा जिले से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो हर किसी को सोचने पर मजूबर कर देगी। यह जिला समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का गृह जिला है। यहां आजादी के 72 साल बाद भी एक गांव में अभी तक सड़क नहीं पहुंची और लोग शहर तक आने के लिए पचास बार सोचते हैं।
दरअसल, मामला ऐसा है कि भारी बारिश के चलते कच्चे रास्ते पर पानी भर गया है। गांव में जाने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है। लोग कच्चे रास्ते से ही आना जाना करते हैं। इस बीच गांव की एक गर्भवती महिला की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे खाट पर लिटाकर परिजनों को उपचार के लिए ले जाना पड़ा। इस दौरान उन्हें किसी भी प्रकार की सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में करीब 100 परिवार रहते हैं, लेकिन किसी ने आजादी के बाद से अभी तक सड़क नहीं बनवाई है। गर्भवती महिलाएं और बीमार लोगों को चारपाई पर लिटाकर सड़क तक ले जाना पड़ता है। उनके गांव में किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है।
मामला सामने आने के बाद इटावा के अतिरिक्त जिलाधिकारी जितेंद्र कुशवाहा का कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है और मैंने इस संबंध में एसडीएम को सूचित किया है। वह एक टीम भेज रहे हैं। यह समस्या जल्द से जल्द सुलझाई जाएगी।