लाइव न्यूज़ :

प्रख्यात शोधकर्ता एवं श्रमिक मुक्ति दल की सह-संस्थापक डॉ गेल ऑम्वेट का निधन

By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 25, 2021 18:49 IST

डॉ गेल ऑम्वेट एक अमेरिकी मूल की भारतीय विद्वान थीं, जिन्होंने दलित राजनीति, महिला संघर्ष और जाति विरोधी आंदोलन पर खूब काम किया।

Open in App
ठळक मुद्देमहाराष्ट्र के सांगली स्थित कासेगांव में निधन हो गया। पति और सामाजिक कार्यकर्ता भरत पाटणकर के साथ मिलकर श्रमिक मुक्ति दल की स्थापना की थी।अमेरिका में कॉलेज के दिनों में ऑम्वेट ने युद्ध-विरोधी आंदोलनों में भी हिस्सा लिया था।

पुणेः प्रख्यात शोधकर्ता, लेखक और बहुजन आंदोलन की बौद्धिक आवाजों में से एक डॉ गेल ऑम्वेट का महाराष्ट्र के सांगली स्थित कासेगांव में निधन हो गया। वह 81 वर्ष की थीं। ऑम्वेट एक अमेरिकी मूल की भारतीय विद्वान थीं, जिन्होंने दलित राजनीति, महिला संघर्ष और जाति विरोधी आंदोलन पर खूब काम किया।

उन्होंने अपने पति और सामाजिक कार्यकर्ता भरत पाटणकर के साथ मिलकर श्रमिक मुक्ति दल की स्थापना की थी। अमेरिका में कॉलेज के दिनों में ऑम्वेट ने युद्ध-विरोधी आंदोलनों में भी हिस्सा लिया था। भारत की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने डॉक्टरेट के शोध कार्य के लिए महात्मा फूले और भारतीय सामाजिक आंदोलनों का अध्य्यन किया था। उनकी थिसिस  'पश्चिमी भारत में गैर-ब्राह्मण आंदोलन'  पर थी।

अमेरिका में बतौर विद्यार्थी, डॉ ऑम्वेट ने युद्ध विरोधी प्रदर्शनों समेत कई आंदोलनों में हिस्सा लिया। अमेरिका में अपनी स्नातकोत्तर पढ़ाई पूरी करने के बाद वह भारत लौट आईं और उन्होंने विभिन्न सामाजिक आंदलनों पर तथा महात्मा फूले के कार्यों पर अपना अध्ययन शुरू किया।

अपने डॉक्टरेट शोध (पीएचडी) के दौरान, उन्होंने 'पश्चिमी भारत में गैर-ब्राह्मण आंदोलन' पर अपनी थीसिस लिखी और दलितों, महिलाओं और अन्य वंचित वर्गों के लिए काम करना शुरू कर दिया। डॉ ऑम्वेट ने अपने कार्यकर्ता पति डॉ भरत पाटनकर के साथ श्रमिक मुक्ति दल की सह-स्थापना की और 1983 में भारतीय नागरिक बन गईं।

कार्यकर्ता-शोधकर्ता ने 25 से अधिक पुस्तकें लिखीं जिनमें “औपनिवेशिक समाज में सांस्कृतिक विद्रोह - पश्चिमी भारत में गैर-ब्राह्मण आंदोलन", "सीकिंग बेगमपुरा", "भारत में बौद्ध धर्म", "डॉ बाबासाहेब आंबेडकर" आदि शामिल हैं।

डॉ ऑम्वेट के निधन पर शोक प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि भारत में विभिन्न सामाजिक आंदोलनों, संत साहित्य, लोक परंपराओं में उनका योगदान और महिला अधिकारों पर उनके कार्य हमेशा याद किए जाएंगे।

एनसीपी प्रमुख और वरिष्ठ राजनेता शरद पवार ने ट्वीटर पर डॉ. गेल ओमवेट के जाने से भारत ने जाति विरोधी और किसान-महिला अधिकार आंदोलन की एक मजबूत आवाज खो दिया। राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गेल ओमवेट, एक उत्कृष्ट विद्वान थीं जिन्होंने फूले-अम्बेडकरवादी विचारधारा को दुनियाभर में फैलाया। 

खड़गे ने कहा कि डॉ. ऑम्वेट की लिखी पुस्तकें... विरासत के तौर पर आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देगी... वंचित बहुजन अघाड़ी के नेता प्रकाश अंबेडकर ने ओमवेट को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि फुले-आंबेडकर और महिला मुक्ति आंदोलन के लिए डॉ. ओमवेट ने अपने अंतिम समय तक काम किया।

सोशल मीडिया पर भी बहुजन सामाज से जुड़े कई लोगों ने डॉ. ऑम्वेट के निशन पर शोक जताया। भारत में दलितों के उत्थान से जुड़े कार्यक्रमों में डॉ ऑम्वेट की सक्रिय भागीदारी रही। बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम के साथ बहुजनों के सशक्तिकरण से जुड़े कार्यक्रमों का भी डॉ गेल ओमवेट हिस्सा रहीं थी।

भारत में रहने का निर्णय लेने के बाद, सामाजिक कार्यकर्ता इंदुताई पाटनकर के साथ उनके जुड़ाव ने उन्हें देश में महिलाओं के संघर्षों में अध्ययन और भाग लेने के लिए प्रेरित किया। डॉ ऑम्वेट ने 25 से भी ज्यादा किताबें लिखी, जिनमें भारत में बौद्ध धर्म-ब्राह्मणवाद औऱ जातिवाद को चुनौती...understanding caste…seeking begumpura…Dalits and the democratic revolution… We Will Smash the Prison और Cultural Revolt in Colonial Society-The Non Brahmin Movement in Western India… प्रमुख हैं।

टॅग्स :मुंबईमहाराष्ट्रउद्धव ठाकरे
Open in App

संबंधित खबरें

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतMaharashtra Civic Poll 2025 UPDATE: पूरे राज्य में मतगणना स्थगित, 21 दिसंबर को नए नतीजे की तारीख तय, सीएम फडणवीस ‘त्रुटिपूर्ण’ प्रक्रिया पर जताई नाराजगी

भारतIndiGo Flight: कुवैत से हैदराबाद जा रहे विमान को मुंबई किया गया डायवर्ट, 'ह्यूमन बम' की धमकी के बाद एक्शन

भारतMaharashtra Local Body Elections: महाराष्ट्र निकाय चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, भाजपा और शिवसेना के बीच मुकाबला

भारतMaharashtra Local Body Polls 2025: राज्य के 242 नगर परिषदों और 46 नगर पंचायतों में 2 दिसंबर को मतदान, 3 को होगी मतगणना

भारत अधिक खबरें

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: कहां से आया 'जय भीम' का नारा? जिसने दलित समाज में भरा नया जोश

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: आज भी मिलिंद कॉलेज में संरक्षित है आंबेडकर की विरासत, जानें