नयी दिल्ली, नौ जुलाई राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने परियोजना ‘हाथी’ के लिए पर्यावरण मंत्रालय द्वारा गठित की गई केन्द्रीय निगरानी समिति को केरल के कोट्टेकड़ और तमिलनाडु के मदुक्करे से रेलवे ट्रैक पर होने वाली हाथियों की मौत संबंधी मुद्दे पर गौर करने का शुक्रवार को निर्देश दिया।
अधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि इस विषय पर पर्यावरण और वन मंत्रालय (एमओईएफ) की केंद्रीय निगरानी समिति द्वारा तमिलनाडु और केरल राज्यों और दक्षिणी रेलवे के साथ आज से एक महीने के भीतर एक संयुक्त बैठक आयोजित करने की आवश्यकता है। पीठ ने कहा, ‘‘हाथी परियोजना के लिए पर्यावरण और वन मंत्रालय द्वारा गठित केंद्रीय निगरानी समिति को रेलवे अधिकारियों, भारतीय वन्यजीव संस्थान और तमिलनाडु और केरल राज्यों से समन्वय कर खबर में उठाए गए मुद्दे को देखने की जरूरत है।’’
पीठ में न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल भी हैं। पीठ ने कहा, ‘‘इस विषय पर एमओईएफ की केंद्रीय निगरानी समिति द्वारा तमिलनाडु और केरल राज्यों और दक्षिणी रेलवे के साथ आवश्यक तौर-तरीके तैयार करने के वास्ते आज से एक महीने के भीतर एक संयुक्त बैठक आयोजित करने की आवश्यकता है।’’
अधिकरण ने तमिलनाडु राज्य द्वारा दायर की गई स्थिति रिपोर्ट पर गौर करने के बाद आदेश पारित किया, जिसमें कहा गया था कि लोको पायलटों के लिए ट्रैक पर दृश्यता का खराब स्तर और हाथियों के सुरक्षित निकलने के लिए स्थलाकृति अनुपयुक्त होना मौत के कारण हैं। स्थिति रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘रेलवे और वन विभाग के संबंधित कर्मचारियों का एक व्हाट्सऐप समूह बनाया गया है। वन विभाग ने संभागीय रेल प्रबंधक को रात में ट्रेनों के संचालन में बरती जाने वाली सावधानियों के लिए भी पत्र लिखा है और संभाग रेल प्रबंधक ने इस मुद्दे पर जवाब दिया है।’’
अधिकरण ने उस खबर का संज्ञान लिया, जिसमें कहा गया था कि कोट्टेकड़ और मदुक्करे से रेलवे ट्रैक पर हाथियों की मौत हो रही है।
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