Bihar: चुनाव आयोन ने LJP (R) सांसद वीणा देवी और उनके पति दिनेश सिंह को भेजा नोटिस, 2 पहचान पत्र होने से बढ़ी मुश्किलें
By एस पी सिन्हा | Updated: August 14, 2025 14:48 IST2025-08-14T14:47:40+5:302025-08-14T14:48:55+5:30
Bihar: मुजफ्फरपुर-94 विधानसभा क्षेत्र दोनों जगहों की मतदाता सूची में दर्ज हैं। साथ ही दोनों के पास अलग-अलग पते से जारी मतदाता पहचान पत्र भी हैं, जो नियमों के खिलाफ है।

Bihar: चुनाव आयोन ने LJP (R) सांसद वीणा देवी और उनके पति दिनेश सिंह को भेजा नोटिस, 2 पहचान पत्र होने से बढ़ी मुश्किलें
Bihar: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दो-दो मतदाता पहचान पत्र (ईपिक) रखने के मामले में सियासी घमासान तेज हो गया है। इस मामले में चुनाव आयोग ने जदयू के विधान पार्षद दिनेश सिंह और लोजपा (रा) की सांसद वीणा देवी को नोटिस भेजा है। आयोग ने दोनों से 16 अगस्त शाम 5 बजे तक अपना जवाब देने को कहा है। ऐसे में दोनों नेताओं की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। दरअसल, वैशाली लोकसभा सांसद वीणा देवी और बिहार विधान परिषद सदस्य दिनेश सिंह के दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में नाम दर्ज होने और दो-दो मतदाता पहचान पत्र रखने का मामला तूल पकड़ गया है।
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर यह मुद्दा उठाकर एनडीए पर सीधा हमला बोला। उन्होंने दावा किया है कि वीणा देवी के पति, नीतीश कुमार के करीबी और जदयू एमएलसी दिनेश सिंह के पास भी दो अलग-अलग वोटर आईडी (ईपिक) नंबर हैं। तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा कि दिनेश सिंह, जो लंबे समय से जदयू के विधान पार्षद हैं, उनके पास दो अलग-अलग ईपिक आईडी आरईएम0933267 और यूटीओ1134527 हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि दिनेश सिंह के दो अलग-अलग जिलों के दो अलग-अलग लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों में दो अलग-अलग वोट हैं। तेजस्वी ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि एसआईआर प्रक्रिया में दिनेश सिंह ने दो अलग-अलग गणना फॉर्म भरे होंगे और उन पर दो अलग-अलग हस्ताक्षर किए होंगे। उन्होंने पूछा कि क्या चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उन फर्मों पर हस्ताक्षर किए या एमएलसी साहब ने खुद किए?
तेजस्वी ने यह भी पूछा कि क्या मुख्यमंत्री के करीबी होने के कारण चुनाव आयोग ने उन्हें दो वोट बनाने दिए? निर्वाचन आयोग ने इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए दोनों नेताओं को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सूत्रों के अनुसार, आयोग की जांच में सामने आया कि वीणा देवी और दिनेश सिंह के नाम साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र के बड़ा दाऊद गांव और मुजफ्फरपुर-94 विधानसभा क्षेत्र दोनों जगहों की मतदाता सूची में दर्ज हैं। साथ ही दोनों के पास अलग-अलग पते से जारी मतदाता पहचान पत्र भी हैं, जो नियमों के खिलाफ है।
वहीं, इस मामले पर सफाई देते हुए वीणा देवी ने कहा कि बीएलओ की गलती से उनका नाम दो जगहों पर आ गया। शादी के बाद उनका नाम शहरी बूथ पर था, लेकिन जिला परिषद चुनाव लड़ते समय उन्होंने गांव में नाम दर्ज कराया और वहीं से मतदान करती रही हैं।
उन्होंने दावा किया कि शहरी क्षेत्र से नाम कटवाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब वे बीएलओ को बुलाकर एक जगह से नाम हटवाने की प्रक्रिया करेंगी।
उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में एसआईआर ड्राफ्ट जारी होने के बाद बिहार में "डबल वोटर" का मुद्दा गरम है। सबसे पहले इस सूची में तेजस्वी यादव का नाम सामने आया, इसके बाद उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला साहू के नाम भी डबल एपिक मामले में चर्चा में रहे हैं।
इस पूरे मामले पर निर्वाचन आयोग ने तुरंत संज्ञान लेते हुए सभी को नोटिस जारी किया है। आयोग ने कहा है कि “वन पर्सन, वन वोट” का नियम 1951-52 से लागू है और कोई भी व्यक्ति एक से ज्यादा जगह वोटर के रूप में पंजीकृत नहीं हो सकता। आयोग ने दोनों से लिखित में और शपथ पत्र के साथ सफाई देने को कहा है।