चुनाव आयोग ने आगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनज़र जम्मू कश्मीर के लिए तीन पूर्व आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। आयोग से रविवार को मिली जानकारी के मुताबिक़ 1972 बैच के आईपीएस अधिकारी अमरजीत सिंह गिल, 1977 बैच के आईएएस अधिकारी नूर मोहम्मद और 1982 बैच के आईएएस अधिकारी रहे विनोद जुत्शी को जम्मू कश्मीर का विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीनों पर्यवेक्षक जल्द ही जम्मू कश्मीर का दौरा करेंगे। पूर्व नौकरशाह नूर मोहम्मद उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रहे हैं और उनके पास चुनाव प्रबंधन का एक दशक का अनुभव है। वहीं, सीआरपीएफ़ के पूर्व महानिदेशक गिल के पास अशांत क्षेत्रों में सुरक्षा प्रबंधन का व्यापक अनुभव है। उन्होंने जम्मू कश्मीर में भी लम्बे समय तक सेवा दी है। इसके अलावा, केंद्र में सचिव रहे जुत्शी ने भी चुनाव प्रबंधन के क्षेत्र में अपनी सेवाएँ केंद्र एवं राज्यों के स्तर पर दी हैं।
रविवार को 17वीं लोक सभा के लिए होने वाले लोक सभा चुनाव 2019 की घोषणा के साथ ही चुनाव आयोग ने साफ कर दिया कि जम्मू-कश्मीर विधान सभा चुनाव के लिए लोक सभा चुनाव के साथ चुनाव नहीं होंगे। जम्मू-कश्मीर की छह लोक सभा सीटों के लिए पाँच चरणों में मतदान होगा।
दिल्ली के विज्ञान भवन में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जम्मू-कश्मीर में फिलहाल विधानसभा चुनाव नहीं कराए जाने की बात कही।
चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार देश की कुल 543 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई तक मतदान होगा। 23 मई को सभी सीटों के लिए हुए चुनाव की मतगणना होगी।